वास्तु शास्त्र का महत्व : आपको बता दें कि हमारे घर के वास्तु का प्रभाव उस घर में रहने वाले सभी लोगों के जीवन पर निश्चित ही पड़ता है। वास्तु शास्त्र का उद्देश्य हमारे जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। यह हमारे आसपास की ऊर्जा को संतुलित करने और उसे हमारे अनुकूल बनाने में मदद करता है। वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों का पालन करने से हम अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
• स्वास्थ्य/ सेहत: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दिशा, कमरे का स्थान और फर्नीचर का स्थान हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए, रसोईघर को अग्नि कोण में और बेडरूम को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
• सुख-समृद्धि: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में धन और समृद्धि लाने के लिए कुछ विशेष दिशाओं और स्थानों का ध्यान रखना चाहिए। उदाहरण के लिए, तिजोरी को उत्तर दिशा में रखना और घर के मुख्य द्वार को साफ और सुव्यवस्थित रखना आर्थिक स्थिति के लिए अच्छा माना जाता है।
• घर का मुख्य द्वार हमेशा उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए।
• रसोईघर हमेशा दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) दिशा में होना चाहिए।
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