2. कहते हैं कि बर्तन में माता लक्ष्मी का वास होता है। भोजन करने के बाद उन्हें बिना धोए नहीं रखना चाहिए। दरअसल, पहले के जमाने में बर्तन पीतल और तांबे के होते थे। अमीर लोग चांदी के बर्तन में भोजन करते थे। यह तीनों ही धातु को पवित्र माना गया है। बर्तन नहीं धोने से गरीबी मंडराने लगती है।
4. बर्तनों को जूठा ही छोड़ देने के कारण वास्तु दोष भी निर्मित हो जाता है।
5. परिवार के लोगों की उन्नति या प्रगति रुक जाती है।
6. रात्रि में जूठे बर्तन छोड़ने से घर में रोग या बीमारी का वास हो जाता है।
7. ज्योतिषशास्त्र में ऐसा माना गया है कि रात के वक्त किचन में जूठे बर्तन छोड़ने से राहु केतु का अशुभ प्रभाव हमारे घर के ऊपर पड़ता है और घर में कंगाली आने लगती है।