Vastu Tips for Kitchen: घर की रसोई को सिर्फ भोजन बनाने की जगह नहीं माना जाता, बल्कि इसे सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का केंद्र भी समझा जाता है। भारतीय परंपरा में किचन को घर का “हृदय” कहा गया है क्योंकि यहां से परिवार की सेहत, सुख-शांति और ऊर्जा का सीधा संबंध जुड़ा होता है। वास्तु शास्त्र और आयुर्वेद दोनों ही मानते हैं कि अगर किचन में सफाई और ऊर्जा का संतुलन बिगड़ जाए, तो इसका असर घर के माहौल और परिवार के स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। अक्सर हम छोटी-छोटी चीज़ों को नजरअंदाज कर देते हैं, जो धीरे-धीरे किचन में नेगेटिविटी का कारण बनती हैं।
1. टूटी-फूटी बर्तन और क्रॉकरी
किचन में रखे हुए बर्तन केवल खाना पकाने का साधन नहीं होते, बल्कि ये ऊर्जा का आदान-प्रदान भी करते हैं। अगर बर्तन टूटे हुए हों या दरार वाले प्लेट, कप या कटोरी का इस्तेमाल किया जाए तो यह नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं। वास्तु के अनुसार ऐसे बर्तन घर में दरिद्रता और कलह को बढ़ाते हैं। टूटी क्रॉकरी को संभालकर रखने से किचन की सुंदरता भी खराब होती है और परिवार के सदस्यों के मन में तनाव का माहौल पैदा होता है। इसलिए ऐसे बर्तनों को तुरंत बाहर कर देना चाहिए।
2. बासी और खराब हो चुका भोजन
किचन में बासी या सड़ा-गला भोजन रखना नेगेटिविटी का सबसे बड़ा कारण होता है। कई बार लोग फ्रिज में पुराने खाने को लंबे समय तक रखते हैं या फिर खराब हो चुकी सब्जियां और फल वहीं पड़े रहते हैं। यह न सिर्फ सेहत के लिए हानिकारक होता है, बल्कि घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश भी कराता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार भोजन ऊर्जा का स्रोत है और अगर उसमें ताजगी न हो तो यह घर के वातावरण में भारीपन और आलस्य लाता है। इसलिए रोज़ाना किचन की सफाई करें और केवल ताजे व साफ भोजन का ही भंडारण करें।
3. जाले और गंदगी
अक्सर लोग रसोई की ऊपरी दीवारों या कोनों पर ध्यान नहीं देते और वहां जाले लग जाते हैं। मकड़ी के जाले किचन में नकारात्मक ऊर्जा और स्थिरता का प्रतीक माने जाते हैं। ये परिवार में अड़चनों और आर्थिक समस्याओं को बढ़ाते हैं। इसी तरह किचन में फैली गंदगी, तेल के दाग या इकट्ठी हुई धूल घर की सकारात्मक ऊर्जा को धीरे-धीरे खत्म करती है। अगर आप चाहते हैं कि किचन से हमेशा पॉज़िटिविटी फैले, तो रोज़ाना साफ-सफाई पर ध्यान दें और हफ्ते में एक बार गहराई से सफाई जरूर करें।
4. कचरा या गंदगी लंबे समय तक रखना
कई लोग कचरे की बाल्टी को रातभर किचन में ही छोड़ देते हैं। यह आदत घर में बीमारियां और नेगेटिविटी दोनों लेकर आती है। वास्तु शास्त्र में साफ तौर पर कहा गया है कि किचन में कचरा इकट्ठा रखना घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और इससे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। अगर किचन को समृद्धि और शांति का केंद्र बनाए रखना है, तो कोशिश करें कि हर रात सोने से पहले कचरे की बाल्टी बाहर फेंक दी जाए।
5. तेज या जंग लगे औजार
किचन में इस्तेमाल होने वाले चाकू, कैंची या अन्य लोहे के औजार अगर जंग खाए हुए या टूटे-फूटे हों तो यह घर के माहौल पर बुरा असर डालते हैं। ऐसे औजार नेगेटिव एनर्जी का कारण बनते हैं और घर में कलह को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा इनका इस्तेमाल भी असुरक्षित होता है और दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए जंग लगे औजारों को समय-समय पर बदलें और किचन में केवल चमकदार और सुरक्षित औजार ही रखें।
किचन को पॉजिटिव बनाए रखने के आसान उपाय:
किचन में हमेशा ताजे और साफ अनाज व सब्जियां रखें।
रोजाना पूजा के समय किचन में दीपक या अगरबत्ती जलाएं।
किचन को हल्का और रोशन रखें ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे।
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