आरपीआई ने दीपक निकलजे को महाराष्ट्र के सतारा जिले के फलटण से टिकट दिया था, लेकिन विरोध होने पर एक दिन बाद ही उनकी जगह स्थानीय नेता दिगम्बर अगावणे को टिकट दे दिया गया। हालांकि, पार्टी ने कहा कि निकलजे फलटण से तो हैं, लेकिन वहां कभी रहे नहीं। ऐसे में पार्टी ने स्थानीय नेता को मौका दिया है। कई मीडिया संस्थानों ने इस खबर को प्रकाशित किया है। वहीं,
लोकमत की खबर के अनुसार, निकलजे ने दावा किया है कि उन्हें आरपीआई उम्मीदवार के तौर पर हटाया नहीं गया बल्कि उन्होंने खुद लड़ने से इनकार किया है।