बहुराष्ट्रीय कंपनियों के षड़यंत्रों से वे आगाह कर चुके थे * डॉ.विष्णुदत्त नागर को भावभीनी श्रद्धांजलि

मंगलवार, 11 अक्टूबर 2011 (18:04 IST)
प्रसिद्ध अर्थशास्त्री व लेखक डॉ. विष्णुदत्त नागर का अंतिम संस्कार सोमवार को जूनी इंदौर मुकिक्तधाम पर हुआ। अंतिम यात्रा सुबह साउथ तुकोगंज स्थित निवास से निकली। बड़ी संख्या में शिक्षाविद, पत्रकार व स्नेहीजन, प्राध्यापक शामिल हुए।


अंतिम संस्कार के बाद मुक्तिधाम में हुई शोकसभा में पूर्व महाधिवक्ता आनंदमोहन माथुर ने कहा कि डॉ. नागर ने अपनी कलम से समाजवादी अर्थव्यवस्था की सदैव पैरवी की। उन्होंने बहुराष्ट्रीय कंपनियों व बाजारवाद के संभावित खतरों से बहुत पहले ही आगाह कर दिया था। उनके आर्थिक लेखन में मानवीय पक्ष हमेशा केंद्र में रहा। डॉ. सरोज कुमार ने कहा कि डॉ. नागर ने अर्थशास्त्र को किताबों से निकालकर उसकी प्रासंगिकता को जीवन से जोड़ा। कुलपति डॉ.पीके मिश्रा, पूर्व कुलपति डॉ.उमरावसिंह चौधरी व डॉ.भरत छापरवाल, अचल चौधरी, डॉ. ठकराल, नईदुनिया के स्थानीय संपादक जयदीप कर्णिक ने भी डॉ.नागर को एक सच्चा शिक्षक व जनलेखक निरुपित किया। संचालन डॉ.रमेश मंगल ने किया।


अंतिम यात्रा में विधायक तुलसी सिलावट,अश्विन जोशी, डॉ.पीएन मिश्रा, प्रो. वैशंपायन, कैलाश त्रिवेदी, प्रो.वल्लभदास मेहता, पत्रकार जवाहरलाल राठौर, पंकज संघवी सहित कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया। नागर ब्राह्मण समाज की ओर से सचिव केदार रावल ने श्रद्धांजलि अर्पित की। संचालन डॉ.रमेश मंगल ने किया।

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