मंदसौर में अंगजी शराब जब्त

सोमवार, 31 अक्टूबर 2011 (01:04 IST)
शनिवार रात हरियाणा से गुजरात जा रहे एक कंटेनर तथा एक ट्रक से पुलिस ने 1199 पेटी अँगरेजी शराब व बीयर जब्त की है। इसका मूल्य करीब 1 करोड़ रु. बताया गया है। कपड़े के नाम की बनी बिल्टी से पुलिस की आँख में धूल झोंकने का प्रयास किया गया था। पुलिस जवान रविवार की सुबह तक शराब की पेटियाँ गिनते रहे।


दोनों कंटेनरों के चालकों को गिरफ्त में लेकर पुलिस शराब के असली मालिक की खोज में लगी है।


एसपी डॉ. जीके पाठक ने बताया कि महू-नीमच राजमार्ग पर गुराड़िया नाके पर वाहनों को चेकिंग के दौरान वायडी नगर पुलिस ने नीमच की ओर से आ रहे ट्रक (एचआर-58/यू-856) और कंटेनर (एचआर-38/सी-6971) को भी रोका गया। दोनों के चालकों से कंटनरो में भरे सामान के बारे में पूछताछ की गई। संतुष्ट नहीं होने पर वायडी नगर टीआई संजीव मूले ने दोनों वाहनों की तलाशी लेने को कहा। इसमें दोनों कंटेनरों में उच्च ब्रांड की अँगरेजी शराब की 430 पेटी व बीयर की 769 पेटी मिली। शराब बहादुरपुर, हरियाणा से भरी गई थी। पुलिस ने दोनों वाहन जब्त कर चालकों धर्मसिंह पिता प्रीतमसिंह संधू (45) निवासी मैरु जिला टोंक (राजस्थान) व कुलवंतसिंह पिता गुरुदयालसिंह (52) निवासी रावला जिला मोगा (पंजाब) को गिरफ्तार किया है। जब्त शराब की पेटियाँ गिनने में पुलिसकर्मियों को रविवार की सुबह हो गई।


कपड़े के बिल व बिल्टी मिले

ट्रक व कंटेनर के कागजातों के साथ अंदर भरे सामान के लिए कपड़े का बिल व बिल्टी लगाई गई थी। रॉयल गारमेंट के नाम से लगे बिल व बिल्टी के अनुसार कपड़े गुजरात के कांडला बंदरगाह तक जाना थे। वहाँ से पानी के जहाज के जरिए दुबई व शारजाह तक माल जाना था। एसपी ने भी आशंका जताई है कि कहीं यह शराब भी तो विदेश नहीं जा रही थी। इसके अलावा उज्जैन की एक फर्म से संबंधित कागजात भी मिले हैं।


एक बार के 10 हजार

गिरफ्तार ट्रक चालक के अनुसार हरियाणा से शराब को गुजरात छोड़ने के बदले में उसे 10 हजार रुपए मिलते हैं। वह अभी आठवीं बार ट्रक लेकर गुजरात जा रहा था और पकड़ा गया। पुलिस ने अभी चालकों का 5 नवंबर तक रिमांडमाँगा है। पुलिस मुख्य रूप से यह पता लगाने में जुटी है कि शराब की तस्करी में शामिल लोग कौन-कौन हैं।


चालक के अलावा कोई नहीं!

हालाँकि वायडी नगर पुलिस ने शराब पकड़ने की कार्रवाई ठीक की है। पर ट्रक व कंटेनर के केवल चालकों का पकड़ में आना संदेह को भी जन्म दे रहा है। आमतौर पर लंबी दूरी तय करने वाले ट्रकों व कंटेनरों में चालक के साथ क्लीनर रहते ही हैं। कुछ अन्य लोग भी साथ में रहते हैं ताकि किसी तरह की छोटी-छोटी परेशानी आने पर निपट सकें, पर ट्रक से केवल चालक ही पकड़े जाना गले नहीं उतर रहा। -निप्र

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