कांथी दक्षिण (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने रविवार को पूर्व मेदिनीपुर जिले के प्रभावशाली अधिकारी परिवार के असली चेहरे को नहीं पहचान पाने के लिए खुद को दोषी ठहराया। गौरतलब है कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र से ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं।
जिले में काफी राजनीतिक दबदबा रखने वाले अधिकारी परिवार के अधिकांश सदस्य या तो भाजपा में शामिल हो गए हैं या भगवा पार्टी में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है। शुभेंदु अधिकारी के पिता व वरिष्ठ टीएमसी सांसद शिशिर अधिकारी रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में रविवार को भाजपा में शामिल हो गए।
उन्होंने अधिकारी परिवार की तुलना मीर जाफ़र (गद्दार) से की और कहा कि क्षेत्र के लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे और अपने वोट से इसका जवाब देंगे। बनर्जी ने रैली में कहा, मैं कहती हूं कि मैं बहुत बड़ी मूर्ख हूं (आमी एकटा बरा गधा) कि उन्हें पहचान नहीं पाई।
मुझे नहीं पता, लेकिन लोगों का कहना है कि उनका 'साम्राज्य' 5 हजार करोड़ रुपए का है और वे वोट खरीदने के लिए पैसे का इस्तेमाल करेंगे, लेकिन आप लोग उन्हें वोट न दें। टीएमसी प्रमुख ने भाजपा को दुष्टों और गुंडों की पार्टी करार दिया।(भाषा)