खुफ़िआ रेडियो प्रसारण का विचार कैसे आया?
9 अगस्त 1992 के आल इंडिया कांग्रेस समिति के एक सेशन के दौरान ये तय किया जा रहा था कि भारत छोड़ो आंदोलन के बारे में लोगों को कैसे बताया जाए क्योंकि उस समय अख़बार पर ब्रिटिश राज का कंट्रोल था। इस सेशन में उषा मेहता शामिल थीं जिन्हें रेडियो की समझ थी और उन्होंने एक खुफिया रेडियो चलाने का फैसला किया।