6 बार से लगातार एशिया कप जीत रहा था भारत, फिर पिछली बार बांग्लादेश ने रोका था विजयी रथ
बुधवार, 28 सितम्बर 2022 (17:32 IST)
महिला एशिया कप 1 अक्टूबर 2022 से शुरु होने वाला है। भारत इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम है। साल 2004 से एशिया कप शुरु हुआ था तब से भारत यह कप जीतता आ रहा था। लेकिन साल 2018 में बांग्लादेश ने भारत की जीत पर ब्रेक लगा दिया।
आखिरी गेंद पर भारत को 1 विकेट से हराया था बांग्लादेश ने
कप्तान हरमनप्रीत कौर का एकमात्र संघर्ष महिला एशिया कप ट्वंटी-20 के रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में नाकाफी साबित हुआ था और अच्छी लय के बावजूद भारतीय क्रिकेट टीम बांग्लादेश के हाथों 3 विकेट की शिकस्त के साथ खिताब गंवा बैठी थी।
भारतीय टीम को शुरुआत से ही खिताब का दावेदार माना जा रहा था लेकिन फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम ने गेंद और बल्ले से हरफनमौला खेल दिखाते हुए पहली बार एशिया कप अपने नाम कर लिया था। बांग्लादेश की कप्तान सलमा खातून ने टॉस जीतने के बाद भारत को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया था, जो खराब प्रदर्शन के कारण निर्धारित ओवरों में 9 विकेट गंवाकर केवल 112 रन ही बना सकीं थी।
जबरदस्त गेंदबाजी के बाद बांग्लादेशी महिलाओं ने संतोषजनक बल्लेबाजी भी की और 20 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 113 रन बनाकर जीत और खिताब अपने नाम कर लिया। बांग्लादेश के लिए निगार सुल्ताना ने 27 रन और रुमाना अहमद ने 23 रन बनाए।
भारतीय टीम के लिए कप्तान हरमनप्रीत ने खराब शुरुआत के बाद मध्यक्रम में अकेले दम पर संघर्ष किया और 42 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 56 रन की एकमात्र संतोषजनक पारी खेली थी। बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता था कि टीम की केवल 4 खिलाड़ी ही दहाई के आंकड़े को छू सकीं थी।
भारतीय गेंदबाजों ने छोटे लक्ष्य का बचाव करने के लिए हालांकि काफी संघर्ष किया लेकिन बांग्लादेश ने निर्धारित ओवरों में आखिरी समय में जीत सुनिश्चित की थी। गेंदबाज पूनम यादव ने 4 ओवरों में 9 विकेट पर 4 विकेट की बेहतरीन गेंदबाजी से एक समय भारत को मुकाबले में वापस ला दिया था।
पूनम ने बांग्लादेश के शुरुआती 4 बल्लेबाजों शमीमा सुल्ताना (16), आयशा रहमान (17), फरगाना हक (11) और निगार सुल्ताना (27) के विकेट निकाले थे, वहीं हरमनप्रीत ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी में भी कप्तान की तरह प्रदर्शन किया था और फहीमा खातून (9) और संजीदा इस्लाम (5) के लगातार 2 विकेट निकाले लेकिन छोटे लक्ष्य के कारण फिर मैच उनके हाथों से निकल गया था।
बांग्लादेश के लिए निगार ने 24 गेंदों में 4 चौके लगाकर 27 और रूमाना ने 22 गेंदों में 1 चौका लगाकर 23 रन बनाए थे। रूमाना को दीप्ति शर्मा और हरमनप्रीत ने 111 के स्कोर पर रनआउट किया था लेकिन जाहानारा आलम ने 1 गेंद पर नाबाद 2 रन बनाकर टीम को जीत के लिए जरूरी 113 तक पहुंचाकर औपचारिकता पूरी की थी।
भारत की ओर से गेंदबाजों में पूनम 4 ओवरों में 9 रन पर 4 विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहीं थी जबकि हरमनप्रीत को 19 रन पर 2 विकेट मिले थे। इससे पहले बल्लेबाजी में भारत की खराब शुरुआत रही थी और ओपनर मिताली राज 11 रन जबकि दूसरे छोर पर आईसीसी अंतरराष्ट्रीय 'प्लेयर ऑफ द ईयर' चुनी गईं स्मृति मंधाना 7 रन बनाकर आउट हो गईं थी। दोनों स्टार बल्लेबाजों की ओपनिंग जोड़ी 12 रन ही जोड़ सकी थी, वहीं दीप्ति भी 4 रन पर जहानारा की गेंद पर बोल्ड हुईं थी।