खिलने से पहले इक कली क्यूं झरे ?
मेरे बाबुल बता, मेरी क्या ख़ता?
कौन कहता है, रब की सूरत तू?
कोई रब यूं किसी का ख़ूं क्यूं करे ?
झांक के कोख में मशीनों से,
मुझे साजिश से परे क्यूं करे ?
कोख का तू किराया लेना वसूल,
कत्ल का पाप तेरे सर क्यूं धरे?
मुझसे क्या ख़तरा-ख़ौफ तू बता ?
तेरी मूरत हूं, मुझसे तू क्यूं डरे ?
ये तो सच है कि मां तू पत्थर है,
मुझपे पत्थर कोई, रहम क्यूं करे ?