इमरान ने बढ़ाया पाक का हौसला

बुधवार, 9 मार्च 2011 (15:52 IST)
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान ने टीम प्रबंधन को सलाह दी है कि श्रीलंका के पल्लेकल में विश्वकप ग्रुप मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ बड़ी हार के बावजूद वे नर्वस होने से बचें।

उन्होंने कहा, ‘मुझे डर है कि अगर वे डरेंगे और नर्वस हो जाएँगे तो उनका विश्वकप अभियान राह से भटक जाएगा। मुझे लगता है कि हमारे लोगों को टीम पर भरोसा बरकरार रखना चाहिए क्योंकि उनके लिए अभी टूर्नामेंट खत्म नहीं हुआ है।’

क्रिकेट से राजनीतिज्ञ बने इमरान ने कहा कि पाकिस्तानी टीमों का इतिहास रहा है कि वह बड़ी हार के बाद खुद को ही नुकसान पहुँचाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘मुझे इसी का डर है, कल खिलाड़ियों की बॉडी लैंग्वेज अच्छी नहीं थी। अब समय आ गया है कि टीम प्रबंधन अपनी रणनीति और संयोजन पर पुनर्विचार करे जो टूर्नामेंट में अब तक उसके लिए सही नहीं रहे हैं।’

यह पूर्व कप्तान टूर्नामेंट की शुरुआत से ही आठवें नंबर तक बल्लेबाज उतारने और सिर्फ तीन विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ खेलने की आलोचना करता रहा है और उन्होंने चेताया था कि टीम को जब कड़े प्रतिद्वंद्वी का सामना करना होगा या जब टीम का दिन खराब होगा तो उसकी गेंदबाजी की कमियाँ उजागर हो जाएँगी।

इमरान ने कहा, ‘मुझे जिस चीज का डर था वह न्यूजीलैंड के खिलाफ हो गया लेकिन अब भी काफी देर नहीं हुई है। अब उन पर दबाव है लेकिन टीम प्रबंधन अनुभवी है और उन्हें हार से सीखना चाहिए और नये संयोजन तथा खिलाड़ियों के लिए नई भूमिका तय करनी चाहिए।’

इमरान ने साथ ही टीम प्रबंधन और लोगों को सलाह दी कि वे विकेटकीपर कामरान अकमल पर भरोसा कायम रखें जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले मैच में लचर प्रदर्शन किया था।

उन्होंने कहा, ‘विश्वकप में अभी हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है। इतने बड़े टूर्नामेंट में कामचलाऊ विकेटकीपर का इस्तेमाल करना खतरनाक कदम हो सकता है। मेरा कहना है कि कामरान को उत्साहित करो और उसे अपनी कमजोरी पर कड़ी मेहनत करने के लिए कहो। उम्मीद करता हूँ कि उसकी कीपिंग में सुधार होगा। लेकिन खराब रिकॉर्ड के बावजूद अतीत में भी उसे खिलाना चयनकर्ताओं की दोषपूर्ण नीति है।’ (भाषा)

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