ऑस्ट्रेलिया की नजरें क्वार्टर फाइनल

शनिवार, 12 मार्च 2011 (19:19 IST)
तीन बार का गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया रविवार को यहाँ जब केन्या की कमजोर समझी जाने वाली टीम का सामना करने उतरेगा तो उसका लक्ष्य क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की करना होगा। रिकी पोंटिंग की टीम हालाँकि मौजूदा विश्वकप में हुए उलटफेर को देखते हुए इस अफ्रीकी टीम को कमतर आँकने से बचना चाहेगी।

पिछले दो विश्वकप से अजेय रहे ऑस्ट्रेलिया का श्रीलंका के खिलाफ पिछला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था और टीम कल केन्या के खिलाफ जीत के साथ अंतिम आठ में अपनी जगह पक्की करने के इरादे से उतरेगी। केन्या की टीम मौजूदा विश्वक में अब तक जीत से महरूम रही है।

मध्यक्रम के अहम बल्लेबाज माइकल हसी की वापसी से ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी को मजबूती मिलेगी। लेकिन यह देखना होगा कि बाएँ हाथ का यह बल्लेबाज उपमहाद्वीप की पिचों से कितनी जल्दी सामंजस्य बैठाता है।

इस चार बार की विश्व चैम्पियन टीम ने 2003 और 2007 में खिताब जीतने के दौरान एक भी मैच नहीं गँवाया और विश्वकप में लगातार 31 मैचों में अजेय रही है। टीम को श्रीलंका से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद थी लेकिन बारिश ने पोंटिंग की टीम को नॉकआउट से पहले अपने मजबूत पक्षों का आकलन करने से वंचित कर दिया।

ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अब तक सिर्फ तीन मैच खेले हैं और वह अंक तालिका में चौथे स्थान पर हैं। लेकिन कल केन्या और फिर एक अन्य एसोसिएट टीम कनाडा (16 मार्च) के खिलाफ जीत उसे अंक तालिका में शीर्ष पर पहुँचा सकती है। कड़ी टीमों के खिलाफ अब तक आस्ट्रेलिया की परीक्षा नहीं हुई है और केन्या के खिलाफ मैच उसे प्रयोग करने का मौका देगा जिससे कि पाकिस्तान के खिलाफ 19 मार्च को होने वाले बड़े मैच से पहले टीम अपने मजबूत और कमजोर पक्षों का आकलन कर सके।

अब तक हुए मैचों में हालाँकि ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाजी विभाग की कमजोरिया उजागर हुई हैं जो चोट के कारण नाथन हारिट्ज की गैरमौजूदगी से जूझ रहा है। उपमहाद्वीप की पिचों पर सफलता के लिए स्पिन अहम साबित हो सकती है।

ऑफ स्पिनर जेसन क्रेजा और लेग स्पिनर स्टीव स्मिथ कल के मैच में अपनी छाप छोड़ने को बेताब होंगे। ऑस्ट्रेलियाई टीम हालाँकि अपने तेज गेंदबाजों पर काफी निर्भर होगी। ब्रेट ली, शान टैट और मिशेल जानसन ने अब तक टीम की ओर से अच्छा प्रदर्शन किया है।

दूसरी तरफ अपने पाँचवें विश्वकप में खेल रही कीनिया की टीम को अब तक जूझना पड़ा है।

न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका के हाथों करारी हार के अलावा टीम को कनाडा के खिलाफ भी शिकस्त झेलनी पड़ी और उसकी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों लचर रहे हैं।

केन्या की उम्मीदों का दारोमदार अनुभवी ऑलराउंडर स्टीव टिकोलो और मध्यम तेज गेंदबाज थॉमस ओडोयो पर होगा। ये दोनों अपने पाँचवें विश्वकप में खेल रहे हैं। टीम की बल्लेबाजी का दारोमदार कोलिन्स अबुया, डेविड अबुया, तन्मय मिश्रा और थामस ओडोयो पर होगा जबकि टीम उपमहाद्वीप की पिचों को देखते हुए चार स्पिनरों के साथ अच्छी तैयारी करके आई है। टिकोलो के अलावा कप्तान जिमी कमांडे और सैम नगोचे स्ट्राइक गेंदबाज होंगे।

टीमें इस प्रकार हैं: ऑस्ट्रेलिया : रिकी पोंटिंग (कप्तान), शेन वॉटसन, ब्रेड हैडिन, माइकल क्लार्क, माइक हसी, डेविड हसी, कैमरून वाइट, टिम पेन, स्टीव स्मिथ, जॉन हेस्टिंग्स, मिशेल जॉनसन, जेसन क्रेजा, ब्रेट ली, शान टैट, और कैलम फर्ग्यूसन में से।

केन्या : जिमी कमांडो (कप्तान), सेरेन वाटर्स, एलेक्स ओबांदा, डेविड ओबुया, कोलिन्स ओबुया, स्टीव टिकोलो, तन्मय मिश्रा, राकेप पटेल, मोरिस ओउमा, थॉमस ओडोयो, नेहेमिया ओधियांबो, एलिजाह ओटिएनो, पीटर ओंगोंडो, सैम नगोचे और जेम्स नगोचे। (भाषा)

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