ऑस्ट्रेलिया से विचलित नहीं हैं धोनी

बुधवार, 23 मार्च 2011 (23:42 IST)
भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने विश्वकप क्वार्टर फाइनल में शॉर्टपिच गेंदों के जरिये आक्रामक क्रिकेट खेलने के ऑस्ट्रेलिया के बयानों को घिसा पिटा बताते हुए कहा कि उनकी टीम इससे विचलित होने वाली नहीं है क्योंकि वे ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर हरा चुके हैं।

धोनी ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई आक्रामकता की बातें उनकी टीम के लिए नहीं है और वे अब ‘भारतीय स्टाइल’ से खेलेंगे जिसकी बदौलत वे ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर ही खदेड़ चुके हैं।

उन्होंने मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हम भारतीय शैली में खेलेंगे। लोग शॉर्टपिच गेंदों के बारे में बातें कर रहे हैं लेकिन ये हमारे लिये नयी नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के पास अच्छे तेज गेंदबाज हैं लेकिन उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमने पर्थ और डरबन में टेस्ट मैच जीते हैं।

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने क्वार्टर फाइनल में अपने खिलाड़ियों से आस्ट्रेलियाई शैली में खेलने को कहा है । वहीं तेज गेंदबाज मिशेल जानसन ने शार्टपिच गेंदों की बौछार करने की धमकी दी है। धोनी ने इस बात से भी इंकार किया कि कल का मैच फाइनल से पहले फाइनल होगा

उन्होंने कहा यह अहम मैच है लेकिन हम इसे प्री फाइनल नहीं कहेंगे। आपको हर प्रतिद्वंद्वी को हराना होता है। भारतीय कप्तान ने यह भी कहा कि उनकी टीम बल्लेबाजी क्रम का पतन बर्दाश्त नहीं कर सकती जैसा कि लीग मैचों में हुआ है।

धोनी ने कहा हमारी बल्लेबाजी अच्छी रही है, विशेषकर शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी जिसका मतलब हुआ कि निचले क्रम ने तब बल्लेबाजी की जब तेजी से रन बनाने की जरूरत थी। हम स्लाग ओपन और दूसरे (बल्लेबाजी) पावरप्ले का भी फायदा नही उठा पाए। उम्मीद करता हूँ कि अगले मैच में हम अधिक रन बना पाएँगे।

भारतीय कप्तान ने तीनों स्पिनरों हरभजनसिंह, आर अश्विन और पीयूष चावला को खिलाने की संभावना को भी नकार दिया। उन्होंने कहा कि यह काफी मुश्किल है। धोनी ने साथ ही मीडिया से सचिन तेंडुलकर पर दबाव नहीं बनाने का आग्रह किया जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा करने से एक कदम दूर हैं।

उन्होंने कहा जब वह अपने 50वें टेस्ट शतक से एक कदम दूर था तो हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि उसे अकेला छोड़ दीजिए और मैच के बाद इस पर चर्चा कीजिए।

भारतीय कप्तान ने सीनियर तेज गेंदबाज जहीर खान की भी तारीफ की, जिन्होंने टीम को अहम समय पर विकेट दिलाए। उन्होंने हालाँकि स्वीकार किया कि भारतीय खिलाड़ियों पर हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होता है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया की प्रतिद्वंद्विता के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि इसके काफी सकारात्मक चीजें सामने आई हैं। टीम में गैरी कर्स्टन की भूमिका के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि वह टीम के साथ जुड़े बेहतरीन जेंटलमेन हैं, उनका जिस तरह का चरित्र है, उन्होंने जिस तरह से ड्रेसिंग रूम का प्रबंधन किया और यह मत भूलिए कि टीम के 15 सदस्य बड़े सितारे हैं जिनके भारत में काफी प्रशंसक हैं। (भाषा)

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