जोनाथन ट्राट के पास बात करने का वक्त नहीं

मंगलवार, 15 मार्च 2011 (18:42 IST)
इंग्लैंड के बल्लेबाज जोनाथन ट्राट ने स्वीकार किया कि पिछले पाँच महीने से व्यस्त कार्यक्रम के कारण खिलाड़ी विश्वकप में ‘तरोताजा’ नहीं हैं, लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि इस बारे में बात करना ‘बेवकूफाना’ है क्योंकि वे टूर्नामेंट में 'करो या मरो' की स्थिति का सामना कर रहे हैं।

इंग्लैंड को अगर विश्वकप क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखना है तो गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने अंतिम लीग मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। ट्राट ने कहा कि उनका ध्यान इस मैच पर है, अतीत में जो हुआ उस पर नहीं।

यह पूछने पर कि क्या खिलाड़ी खुद को मैचों के लिए तरोताजा रख पाएँगे? ट्राट ने कहा हम तरोताजा नहीं हैं, लेकिन आपको महसूस करना होगा कि हम किस स्थिति में है और हम विश्वकप में क्या करने की कोशिश कर रहे हैं। स्वदेश और दुनियाभर में लाखों लोग हमें इस स्थिति से बाहर निकलता हुआ देखने के लिए कुछ भी देने को तैयार है।

ट्राट ने आज टीम के अभ्यास सत्र के बाद कहा हम चेन्नई में हैं जो काफी नम और गर्म है। काफी आगे तक देखना और यह देखना कि हमने अतीत में कितना क्रिकेट खेला है, बेवकूफाना है।

ट्राट के अनुसार कार्यक्रम लेकर हम अधिक कुछ नहीं कर सकते, लेकिन हमारा पूरा ध्यान इस मैच पर है और अगर हम इस मैच की अनदेखी करते हैं तो यह बेवकूफाना होगा। यह हमारे लिए चार नाकआउट मैचों की तरह है।

कप्तान एंड्रयू स्ट्रास और ग्रीम स्वान ने पिछले दो दिन से बुखार के कारण आज अभ्यास सत्र में हिस्सा नहीं लिया, लेकिन ट्राट ने कहा कि वे तेजी से उबर रहे हैं और वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले करो या मरो के मुकाबले के लिए फिट हो जाएँगे।

ट्राट ने साथ की स्वीकार किया कि एशेज में काफी अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उनकी टीम विश्वकप में एक इकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें