भविष्य के बारे में नहीं सोच रहे हैं सचिन

सोमवार, 4 अप्रैल 2011 (13:15 IST)
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बल्लेबाजी के सरताज सचिन तेंडुलकर ने यह कयास लगाने से इनकार कर दिया कि वह 2015 विश्वकप में खेलेंगे या नहीं। उन्होंने कहा कि अभी इतने आगे के बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं है।

भारत की विश्वकप में जीत को उन्होंने सपना सच हो जैसा बताया जिसके लिए वह पिछले 21 साल से प्रयासरत थे। तेंडुलकर ने कहा कि विश्वकप जीतने के बाद मैं रातभर सो नहीं पाया क्योंकि मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि भारत वास्तव में विश्व चैंपियन बन गया है।

तेंडुलकर से जब पूछा गया कि क्या यह उनका अंतिम विश्वकप है या वह ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले अगले विश्वकप में भी खेलेंगे? सचिन ने कहा अभी मैं यही कहूँगा कि यह विशिष्ट क्षण है और इस पर ध्यान दो। बहुत आगे की सोचने की बजाय इसका लुत्फ उठाया जाए।

रविवार को विजेता टीम के लिए राजभवन में दिए गए भोज में तेंडुलकर ने पत्रकारों से कहा, ‘हमें इस सब (उनकी भविष्य की योजनाओं) को छोड़ देना चाहिए और इस खास क्षण का मजा लेना चाहिए।’ तेंडुलकर से जब पूछा गया कि विश्वकप के फाइनल में 100वाँ अंतरराष्ट्रीय शतक नहीं बना पाने के कारण वह निराश हुए? उन्होंने कहा कि यह मायने नहीं रखता। विश्वकप की जीत बड़ी है।

सचिन ने कहा कि जब से मैंने बल्ला हाथ में थामा तब से मैं विश्वकप जीतने का ख्वाब अपनी आँखों में संजोये हुए था, जो अब 21 बरस बाद जाकर साकार हुआ है। मैं विश्वकप जीतने के लिए अपने साथी खिलाड़ियों के साथ ही उन सभी प्रशंसकों का शुक्रगुजार हूँ, जिनकी दुआओं के बाद हम ये कामयाबी हासिल कर सके हैं।

संन्यास लेने जैसे बचकाना सवाल न करें
जब तक सचिन क्रिकेट का आनंद लेंगे, वे खेलते रहेंगे। ये बात सचिन ने साफ तौर पर कह दी है। एक नहीं कई बार वे इसे दोहरा चुके हैं। सचिन की इस मंशा के बाद तो कम से कम मीडिया को उनके संन्यास लेने संबंध में बचकाने सवाल नहीं करने चाहिए लेकिन आश्चर्य होता है कि कई नौसीखिये पत्रकार उनसे ये संन्यास लेने या अगला वर्ल्ड खेलने के बारे में सवाल पूछ ही लेते हैं। यह भी पूछ लेते हैं कि आगे क्या वे सिर्फ टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान देंगे? क्या सचिन को खुद नहीं पता है कि उन्हें किस चीज पर ध्यान देना चाहिए?

सचिन को अभी खेलने दो : कपिलदे
1983 की विश्वविजेता टीम के कप्तान रहे कपिल देव ने सचिन के आगे खेलने या वनडे से संन्यास लेने के बारे में कहा कि भाई...वो अभी अपने क्रिकेट करियर के शबाब पर हैं। उन्होंने इस विश्वकप में 400 से ज्यादा रन बनाकर ये साबित कर दिया है कि उनके बल्ले में कितना दम है। कपिल ने कहा कि सचिन तेंडुलकर जब वनडे क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं तो उनसे बार बार संन्यास लेने के बारे में क्यों सवाल किया जाता है? आज पूरी दुनिया सचिन की कायल है। आप और हम कौन होते हैं उनके भविष्य के बारे में फैसला करने वाले? (वेबदुनिया/भाषा)

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