भारत-पाक के पूर्व क्रिकेटर आमने-सामने

सोमवार, 28 मार्च 2011 (12:48 IST)
सहमेजबान भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों का मोहाली के पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में भले ही बुधवार को आमना-सामना होगा लेकिन दोनों देशों के पूर्व क्रिकेटर इस महासंग्राम से पहले ही आमने-सामने आ गए हैं।

भारत पाकिस्तान के बीच मैदान पर मुकाबला तीन दिन बाद होगा लेकिन मैदान के बाहर मुकाबला तो उसी दिन शुरू हो गया था जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को क्वार्टर फाइनल में हराकर यह पक्का किया था कि सेमीफाइनल में उसका मुकाबला चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तानी टीम से होगा।

भारत और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सेमीफाइनल मुकाबले को लेकर आमने सामने आ गए हैं। इस महामुकाबले के बारे में भविष्यवाणियाँ करने के साथ-साथ अपनी अपनी राय देने वालों की सूची में सुनील गावसकर, संजय मांजरेकर, राशिद लतीफ, इमरान खान, वसीम अकरम और वकार यूनुस जैसे कई पूर्व खिलाड़ी शामिल हैं।

1983 में विश्वकप विजेता भारतीय टीम के सदस्य गावस्कर ने भारत को खिताब का प्रबल दावेदार बताते हुए कहा कि टीम इंडिया ने अब तक टूर्नामेंट में एक इकाई के रूप में अपनी प्रतिबद्धता कायम रखी है। यह एक ऐसी टीम है जो किसी एक या दो खिलाड़ियों के बूते पर मैदान में नहीं उतरती बल्कि उसका हर खिलाड़ी मैच जिताने का माद्दा रखता है।

वहीं पूर्व भारतीय टेस्ट क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी कहा 'मुझे लगता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच एकतरफा मुकाबला होगा। पाकिस्तान ने भले ही टूर्नामेंट में अब तक अच्छा प्रदर्शन किया हो लेकिन उनके खेल में अनुशासन की कमी है। हर मैच में पाकिस्तान से बढ़िया प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की जा सकती।

मांजरेकर ने कहा कि भारत पाकिस्तान से कहीं बेहतर टीम है। पाकिस्तान की टीम और उसके प्रदर्शन में कई क्षेत्रों में अनुशासन की कमी दिखाई दी है। उनसे लगातार तीन बड़े मैचों में जीत की उम्मीद करना बहुत ज्यादा होगा। वर्ष 1992 में विश्वकप विजेता पाकिस्तानी टीम के कप्तान इमरान खान का भी यही मानना है कि भारतीय टीम पाकिस्तान के खिलाफ जीत की प्रबल दावेदार है।

इमरान ने कहा मुझे लगता है कि सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया का पलड़ा भारी है। भारत के पास इस समय जैसे खिलाड़ी हैं वैसे पहले कभी नहीं थे और ये खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मैच में भारत की बल्लेबाजी और पाकिस्तान की गेंदबाजी के बीच मुकाबला होगा। मैं जानता हूँ कि भारत के पास विश्वकप जीतने का बेहतरीन मौका है लेकिन मैं पाकिस्तान को जीतते हुए देखना चाहता हूँ।

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम भारत और पाकिस्तान को बराबरी की टीमें मानते हैं। अकरम ने कहा मैं भले ही पाकिस्तान का समर्थन करूँ लेकिन मेरे नजरिए से दोनों ही टीमें बराबर की हैं और फाइनल में पहुँचने की हकदार हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच बेहद करीबी मुकाबला होगा और जो टीम दबाव में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी वही जीत दर्ज करेगी। जबकि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ इस मैच को भारत से विश्वकप की पिछली हार का बदला चुकाने के मौके के रूप में देख रहे हैं।

लतीफ ने कहा कि पाकिस्तानी टीम के पास इस बार भारत से वर्ष 1996 और 2003 के विश्वकप में मिली हार का बदला चुकाने का अच्छा मौका है। बुधवार को दोनों टीमों के बीच करो या मरो का मुकाबला होगा जिसे महासंग्राम कहना गलत नहीं होगा। वही पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर और मौजूदा पकिस्तानी कोच वकार यूनुस ने कहा कि विश्वकप फाइनल में जगह बनाने के लिए भारत में भारत के खिलाफ भिड़ना हमारी टीम के लिए चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन हम इस मैच के लिए काफी उत्साहित है। विश्वकप में भारत से बड़ा प्रतिद्वंद्वी कोई नहीं हो सकता है।

हम यह भी जानते हैं कि इस बार हमारे सामने जो प्रतिद्वंद्वी होगा वह काफी मजबूत है और उसे हराना आसान नहीं होगा। लेकिन हम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे और भारत को हराकर फाइनल में जगह पक्की करेंगे। मोहाली में होने वाले इस महासंग्राम के बारे में सभी ने मैच से पहले ही परिणाम के कयास लगाने शुरू कर दिए हैं और दोनों देशों के पूर्व क्रिकेटर अपनी अपनी टीमों के जीत का सपना आँखों में संजोए बैठे हैं। लेकिन देखना यह होगा किसका सपना हकीकत का रूप लेगा और किसका सपना केवल सपना बनकर रह जाएगा। (वार्ता)

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