विश्वकप में पाक पर भारी रहा है भारत

शुक्रवार, 25 मार्च 2011 (12:59 IST)
यदि मिथक या यूँ कहें कि पिछले 19 साल से चला आ रहा रिकॉर्ड बरकरार रहता है तो फिर भारतीय टीम का फाइनल में पहुँचना तय है क्योंकि एकदिवसीय और ट्वेंटी-20 दोनों प्रारूपों के विश्वकप में उसने हमेशा अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को धूल चटाई है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 30 मार्च को मोहाली में इस टूर्नामेंट का सबसे रोमांचक, दिलचस्प और कड़ा मैच खेला जाएगा जिसमें मैदान पर चल रही क्रिकेटिया जंग में दोनों देशों के करोड़ों लोगों की भावनाएँ भी हावी रहेंगी। पाकिस्तान का अब तक का अभियान शानदार रहा है लेकिन भारत भी पिछले तीन बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदों पर पानी फेरकर अंतिम चार में पहुँचा है।

भारतीयों को उम्मीद रहेगी कि विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा जीत दर्ज करने का जो अभियान 1992 से शुरू हुआ वह आगे भी बरकरार रहेगा। इन दोनों टीमों के बीच विश्वकप में अब तक चार मैच खेले गए हैं और इन सभी मैच में भारत विजयी रहा।

यही नहीं ट्वेंटी-20 विश्व चैंपियनशिप में इनके बीच जो दो मैच खेले गए उनमें भारतीय टीम ने ही बाजी मारी है। यह भी संयोग है कि भारत और पाकिस्तान के बीच विश्वकप के तीन मैच मार्च महीने में खेले गए और महेंद्रसिंह धोनी की टीम फिर से इस महीने को अपने लिए शुभ बनाना चाहेगी। सचिन तेंडुलकर अभी तक सभी चार मैच का हिस्सा रहे हैं और इनमें से दो में तो वह मैन ऑफ द मैच भी रहे हैं।

भारत और पाकिस्तान विश्वकप में पहली बार चार मार्च 1992 को सिडनी में भिड़े थे। इस दिन रात्रि मैच में मोहम्मद अजहरूद्दीन की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने 43 रन से जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1996 विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में ये दोनों टीमें नौ मार्च को बेंगलुरु में आमने-सामने थी जिसे भारत ने 39 रन से जीता।

वेंकटेश प्रसाद की गेंदबाजी का कमाल आठ जून 1999 को ओल्ड ट्रैफोर्ड में देखने को मिला। प्रसाद ने 27 रन देकर पाँच और जवागल श्रीनाथ ने 37 रन देकर तीन विकेट लिए जिससे भारत ने यह मैच 47 रन से जीता।

वर्तमान भारतीय टीम के पाँच खिलाड़ी तेंडुलकर, सहवाग, युवराज, जहीर खान और आशीष नेहरा उस मैच में खेल रहे थे। पाकिस्तानी टीम में अब्दुर रज्जाक, यूनिस खान, शाहिद अफरीदी और शोएब अख्तर थे। कोच वकार भी उस टीम का हिस्सा थे।

भारत ने इसके अलावा ट्वेंटी-20 विश्वकप में भी पाकिस्तान के खिलाफ जो दोनों मैच खेले उनमें वह अव्वल रहा। ये दोनों मैच 2007 में खेले गए। डरबन में खेला गया पहला मैच में टाई रहा लेकिन बाल आउट में भारत जीता। जोहानिसबर्ग में 24 सितंबर को खेले गए फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को पाँच रन से हराया था।

इन दोनों टीमों के बीच हालाँकि अब तक 119 वन डे मैच खेले गए हैं जिनमें से 46 भारत ने और 69 पाकिस्तान ने जीते हैं। मोहाली में इससे पहले दोनों टीमों ने दो मैच खेले हैं और पाकिस्तान इनमें विजयी रहा है। भारत ने मोहाली में वैसे कुल नौ वन डे खेले हैं जिनमें से पाँच में उसे जीत मिली हालाँकि पिछले तीन मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा।

धोनी की कप्तानी में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 11 मैच खेलकर छह में जीत दर्ज की है। इन दोनों टीमों के बीच आखिरी मैच पिछले साल 19 जून को डाम्बुला में खेला गया था जिसे भारत ने तीन विकेट से जीता था। (भाषा)

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