आयरलैंड के कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड ने विश्वकप के अगले दो संस्करणों में एसोसिएट टीमों को नहीं खेलाने के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के फैसले को क्रूर मजाक बताया है।
पोर्टरफील्ड ने कहा आईसीसी का फैसला एक क्रूर मजाक है। मुझे तो यह समझ में नहीं आ रहा है कि परिषद ने इस पर विचार भी कैसे किया। पिछले कई वर्षों में हमने आयरलैंड की टीम को मजबूत बनाने के लिए वह सबकुछ किया जो हमसे कहा गया। आईसीसी का फैसला मेरी समझ से परे है।
उल्लेखनीय है कि आईसीसी के कार्यकारी बोर्ड की सोमवार को मुंबई में हुई बैठक में विश्वकप के वर्ष 2015 और वर्ष 2019 में होने वाले संस्करणों में टीमों की संख्या घटाकर 10 कर दी गई है। इस बार विश्वकप में कुल 14 टीमों ने हिस्सा लिया था। आईसीसी के फैसले के बाद अब आयरलैंड और हॉलैंड जैसी टीमें अगले आठ वर्ष तक विश्वकप में हिस्सा नहीं ले पाएँगी।
पोर्टरफील्ड ने कहा कि आईसीसी वनडे रैंकिंग में इस समय हम जिम्बाब्वे से ऊपर दसवें स्थान पर हैं और अगले विश्वकप तक हमें एकाध स्थान ऊपर जा सकते हैं लेकिन हमारे लिए विश्वकप के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं।
आयरलैंड ने विश्वकप में इंग्लैंड पर सनसनीखेज जीत दर्ज कर तहलका मचाया था और टीम ग्रुप बी में छठे स्थान पर रही थी। इससे पहले उसने 2007 में अपने पहले विश्वकप में पाकिस्तान को शिकस्त दी थी। (वार्ता)