चोकर्स का कलंक धोने उतरेगा द.अफ्रीका

गुरुवार, 24 मार्च 2011 (16:02 IST)
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खिताब का प्रबल दावेदार दक्षिण अफ्रीका शुक्रवार को विश्वकप के तीसरे क्वार्टर फाइनल में यहाँ न्यूजीलैंड के खिलाफ उतरेगा तो उसका लक्ष्य दबाव के आगे घुटने टेकने की अपनी आदत से पार पाने का होगा।

दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज और हॉलैंड को हराकर टूर्नामेंट में धमाकेदार शुरुआत की लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ 171 रन के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए जब 165 रन पर ढेर हो गई तो एक बार फिर ‘चोकर्स’ का ठप्पा उस पर लग गया।

ग्रीम स्मिथ की टीम ने हालाँकि अगले मैच में भारत को हराकर अपने अभियान को र्ढे पर लौटाया। आयरलैंड और बांग्लादेश को हराकर वह ग्रुप बी में शीर्ष पर रहा।

दक्षिण अफ्रीका की काबिलियत पर किसी को शक नहीं था लेकिन विश्व कप में तीन बार सेमीफाइनल में हारी इस टीम ने क्रिकेट के इस महासमर में बड़े मैचों में अपेक्षा के अनुरूप खेल नहीं दिखाया है।

पहली बार 1992 विश्व कप में डकवर्थ लुईस नियम के कारण उसे बाहर होना पड़ा जब हास्यास्पद तरीके से उसे एक गेंद में 21 रन का लक्ष्य दिया गया। वहीं 1996 में वेस्टइंडीज ने ब्रायन लारा की जबर्दस्त पारी के दम पर उसे बाहर किया।

इसके तीन साल बाद लांस क्लूसनर के रन आउट होने से ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका का सेमीफाइनल मैच टाई रहा और बेहतर रन रेट के आधार पर ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुँच गया। क्लूसनर उस समय आउट हुए जब टीम को एक रन चाहिये था और एक ही विकेट बचा था।

डरबन में 2003 में श्रीलंका के खिलाफ वष्राबाधित मैच में डकवर्थ-लुईस प्रणाली ने एक बार फिर दक्षिण अफ्रीका की लुटिया डुबोई । दक्षिण अफ्रीका को मैच जीतने के लिए एक रन चाहिए था जबकि लक्ष्य के गलत आकलन के कारण मार्क बाउचर ने आखिरी गेंद पर कोई रन नहीं बनाया। अतीत के अनुभवों से सीख चुकी दक्षिण अफ्रीकी टीम इस बार कोई गलती करके विश्व कप जीतने का अपना सपना अपने हाथों ही तोड़ना नहीं चाहेगी ।

दक्षिण अफ्रीका के लिए एबी डी'विलियर्स और हाशिम अमला ने 106 और 49.83 की औसत से क्रमश: 318 और 299 रन बनाये हैं। जेपी डुमिनी और जाक कैलिस ने भी यदा कदा अच्छी पारी खेली है। गेंदबाजी में तेज गेंदबाज मोर्नी मोर्कल और डेल स्टेन ने नयी गेंद बखूबी संभाली है लेकिन स्पिनर राबिन पीटरसन और इमरान ताहिर ने विरोधी बल्लेबाजों को सबसे ज्यादा परेशान किया है । उन्होंने क्रमश: 14 और 12 विकेट चटकाए हैं।

दक्षिण अफ्रीका के लिए चिंता का सबब कप्तान स्मिथ का खराब फार्म है जो अभी तक सिर्फ 155 रन बना सके हैं।
दूसरी ओर न्यूजीलैंड ने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है। विश्व कप से पहले बांग्लादेश और भारत ने उसका सूपड़ा साफ किया जबकि वे पाकिस्तान से घरेलू श्रृंखला 2-3 से हार गए थे।

विश्व कप में न्यूजीलैंड ने ग्रुप ए में चार मैच जीते जबकि आस्ट्रेलिया और श्रीलंका से हारकर चौथे स्थान पर रहा। डेनियल विटोरी की टीम की सबसे सनसनीखेज जीत पाल्लेकल में पाकिस्तान के खिलाफ रही जिसमें रॉस टेलर ने आक्रामक बल्लेबाजी के दम पर कीवियों ने 110 रन से बाजी मारी।

न्यूजीलैंड ने विश्व कप में पाँच बार हुए मुकाबलों में से तीन बार दक्षिण अफ्रीका को हराया है जिसमें 2007 विश्व कप के सुपर आठ चरण में मिली पाँच विकेट से जीत शामिल है। न्यूजीलैंड के लिए काइल मिल्स, टिम साउदी और जैकब ओरम ने बेहतरीन गेंदबाजी की है। कप्तान विटोरी भी घुटने की चोट के कारण दो मैचों से बाहर रहने के बाद कल लौटेंगे।

टीमें : न्यूजीलैंड : डेनियल विटोरी (कप्तान), जेम्स फ्रेंकलिन, मार्टिन गुप्टिल, जैमी हाउ, ब्रेंडन मैकुलम, नाथन मैकुलम, काइल मिल्स, जैकब ओरम, जेस्सी राइडर, टिम साउदी, स्काट स्टायरिस, रास टेलर, केन विलियमसन, ल्यूक वुडकाक, डेरिल टफी।

दक्षिण अफ्रीका : ग्रीम स्मिथ (कप्तान), हाशिम अमला, जोहान बोथा, एबी डी'विलियर्स, जेपी डुमिनी, फाफ डु प्लेसिस, कोलिन इंगराम, जाक कैलिस, मोर्नी मोर्कल, वेन परनेल, राबिन पीटरसन, डेल स्टेन, इमरान ताहिर, लोंवाबो सोटसोबे, मोर्नी वान विक। समय : दोपहर 2 बजे से। (भाषा)

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