ढाई बजते ही थम गई जिंदगी

बुधवार, 30 मार्च 2011 (17:51 IST)
क्रिकेट के दो सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों भारत और पाकिस्तान के बीच बुधवार को मोहाली में विश्वकप के दूसरे सेमीफाइनल में ठीक ढाई बजे पहली गेंद फेंके जाने के साथ ही पूरे देश में जैसे जिंदगी थम गई।

देशभर में विधानसभाओं, सड़कों, बाजारों, कार्यालयों और सिनेमाघरों पर इस मैच के शुरू होने के साथ ही जैसे सन्नाटा छा गया और मैच शुरू होने से कुछ घंटे पहले हर कदम अपने घर की तरफ रख कर चुके थे ताकि टीवी के सामने बैठकर तसल्ली से मैच का मजा लिया जा सके।

सेमीफाइनल के कारण देश के कुछ राज्यों में राज्य सरकार ने आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है। दिल्ली सरकार ने कर्मचारियों को आधे दिन की छुट्टी दे दी है। इस दौरान सभी सरकारी कार्यालय भोजनावकाश के बाद से बंद रहेंगे। राजधानी में दोपहर होते ही सड़कें सूनी पड़ गई और बाजार खामोश हो गए। मेट्रो, बसों और सड़कों पर जो लोग सफर में थे उनका आसपास के लोगों से एक ही सवाल था 'स्कोर क्या है।'

जम्मू-कश्मीर में विधायकों के आग्रह पर विधानसभा की कार्यवाही सेमीफाइनल मैच के मद्देनजर निर्धारित समय से आधे घंटे पहले स्थगित कर दी गई। भारतीय जनता पार्टी के विधायक चमन लाल गुप्ता ने विधानसभा अध्यक्ष से अपील करते हुए कहा कि सभी विधायक भारत-पाकिस्तान के बीच मोहाली में होने वाले मैच को देखना चाहते हैं इसलिए समय से पहले ही सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाए।

भोपाल से प्राप्त समाचार के अनुसार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आधे दिन का अवकाश घोषित कर दिया। चौहान ने विधानसभा में यह घोषणा करते हुए कहा कि कोषालय और अन्य आवश्यक सेवाओं के अलावा सभी सरकारी कर्मचारियों का दोपहर बाद आधे दिन का अवकाश रहेगा।

चौहान ने बताया कि राज्य के सभी नागरिक निर्विघ्न रूप से इस मैच का लुत्फ उठा सकें, इसके लिए एक हजार मेगावाट अतिरिक्त बिजली की व्यवस्था की गई है। दोपहर दो बजे से रात्रि 11 बजे तक राज्य के सभी स्थानों पर बिजली प्रदाय करने के निर्देश दिए गए है। बिजली की अतिरिक्त खरीदी पर एक करोड़ अस्सी लाख व्यय किए जाएँगे।

इस बीच मध्यप्रदेश में कांग्रेस के एक आदिवासी विधायक पाचीलाल मेडा ने भारतीय टीम की विजय कामना के उद्देश्य से बारह घंटों तक तप के रूप में खड़े रहने का संकल्प लिया। (भाषा)

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