न्यूजीलैंड के सामने कड़ी चुनौती

मंगलवार, 29 मार्च 2011 (08:13 IST)
क्वार्टर फाइनल में उलटफेर कर यहाँ तक पहुँची न्यूजीलैंड को विश्वकप क्रिकेट टूर्नामेंट के मंगलवार को होने वाले पहले सेमीफाइनल में श्रीलंका के खिलाफ जीत दर्ज करने के लिए कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करना होगा।

कीवी टीम विश्व कप के इतिहास में अभी तक छठी बार सेमीफाइनल में पहुँची है, लेकिन वह इससे आगे बढ़ने में सफल नहीं रही है। हालाँकि इस बार टीम का दावा है कि वह मुंबई में फाइनल खेलेगी।

कीवी टीम ने क्वार्टर फाइनल मैच में खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही दक्षिण अफ्रीकी टीम को हराकर जबरदस्त उलटफेर किया था। इससे टीम का मनोबल काफी बढ़ा है। यदि उसे सेमीफाइनल से आगे बढ़ना है तो एक बार फिर रॉस टेलर की भूमिका अहम रहेगी।

इसके अलावा क्वार्टर फाइनल में चार विकेट लेने के साथ ही दो बेहतरीन कैच पकड़ने वाले जैकब ओरम से टीम को एक बार फिर ऐसे ही चमत्कार की उम्मीद रहेगी।

न्यूजीलैंड टीम तीन स्पिनरों को खिलाने को लेकर पसोपेश में है। श्रीलंकाई बल्लेबाज स्पिनरों को अच्छी तरह खेलते हैं। यदि वे दो स्पिनरों के साथ उतरने का निर्णय लेते हैं तो ल्यूक वुडकॉक को बाहर बैठना पड़ सकता है और डैरेल टफी या एंडी मैके या जेम्स फ्रेंकलीन में से एक को अंतिम एकादश में मौका मिलेगा। हालाँकि फ्रेंकलीन को विशेषज्ञ गेंदबाज से पहले मौका देने से टीम का गेंदबाजी आक्रमण कुछ कमजोर हो सकता है।

कीवी खिलाड़ियों ने जिस तरह क्वार्टर फाइनल में क्षेत्ररक्षण किया था उससे वह कहीं बेहतर टीम नजर आ रही थी। उसके क्षेत्ररक्षकों ने कई शानदार कैच लपके, रन रोके और रन आउट भी किए। यहाँ वह श्रीलंका के खिलाफ अंतर बना सकती है।

उधर, सह मेजबान टीम का शीर्ष बल्लेबाजी क्रम जबरदस्त फॉर्म में है। तिलकरत्ने दिलशान, उपुल थरंगा, खुद कप्तान कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने इस पूरे टूर्नामेंट में बल्ले से रनों की फसल काट रहे हैं। हालाँकि उसका मध्यक्रम अभी तक परीक्षा से बचा रहा है।

उसके अलावा टीम का गेंदबाजी आक्रमण भी काफी संतुलित और विविधताभरा दिखाई दे रहा है। लसिथ मलिंगा, दिलहारा फर्नांडो व नुवान कुलसेकरा जैसे तेज गेंदबाजों के साथ ही उसके पास दिग्गज ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन, अजंथा मेंडिस और रंगना हैरथ जैसे गेंदबाज हैं।

हालाँकि मुरलीधरन पिछले दिनों लगी दो चोटों से अभी तक उबर नहीं सके हैं। उन्हें 18 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ समूह मैच के दौरान घुटने में चोट लग गई थी और दो दिन पहले क्वार्टर फाइनल के दौरान उनकी माँसपेशियों में खिंचाव आ गया था। यदि वे फिट नहीं होते हैं तो उनके स्थान पर नुवान कुलसेकरा को मौका मिल सकता है। श्रीलंका को न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले मैचों की तुलना में बेहतर क्षेत्ररक्षण करना होगा। क्वार्टर फाइनल में उसने कई कैच छोड़े थे।

न्यूजीलैंड के कप्तान विटोरी ने श्रीलंका और इंग्लैंड के बीच 26 मार्च को हुए क्वार्टर फाइनल के लिए उपयोग में लाई गई पिच को सेमीफाइनल के लिए फिर से उपयोग में लाने पर आश्चर्य और निराशा जताई है। उस मैच में पिच बेहद धीमा था और एक बार फिर उपयोग में लाने से वह ज्यादा धीमा हो जाएगा और इस पर रन बनाना मुश्किल होगा। प्रेमदासा स्टेडियम में कृत्रिम रोशनी में लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल है, लेकिन श्रीलंका ने इंग्लैंड को आसानी से 10 विकेट से मात दी थी।

रिकॉर्ड की बात की जाए तो अभी तक दोनों देशों के बीच हुए मुकाबलों में न्यूजीलैंड ने 35 जबकि श्रीलंका ने 33 मैच जीते हैं। लेकिन 2000 के बाद से श्रीलंका ने 20 और न्यूजीलैंड ने 11 मैच जीते, वहीं श्रीलंका में न्यूजीलैंड का रिकॉर्ड भी अच्छा नहीं है। (एजेंसी)

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