पाकिस्तान विश्वकप के सेमीफाइनल में

बुधवार, 23 मार्च 2011 (22:38 IST)
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पाकिस्तान ने आज यहां वेस्टइंडीज को दस विकेट से हराकर विश्वकप क्रिकेट में विकेटों और गेंद शेष रहने के लिहाज से अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की।

यह पहला अवसर है जबकि पाकिस्तान विश्वकप में दस विकेट से जीता। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हालांकि उसने तीसरी बार किसी टीम को दस विकेट से हराया। पाकिस्तान ने 175 गेंद शेष रहते हुए जीत दर्ज की और इस लिहाज से उसकी विश्वकप में यह सबसे बड़ी और ओवरआल पाँचवीं बड़ी जीत है।

पाकिस्तान ने इससे पहले 1986 में शारजाह में न्यूजीलैंड को और 2008 में कराची में बांग्लादेश को 10 विकेट से हराया था। विश्वकप में यह दसवाँ अवसर है जबकि कोई टीम दस विकेट से जीत दर्ज करने में सफल रही। वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड दो-दो बार जबकि भारत, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान ने एक-एक बार यह कारनामा किया है।

जहाँ तक सबसे अधिक गेंद शेष रहते हुए जीत दर्ज करने के रिकॉर्ड का सवाल है तो यह विश्वकप की 20वीं बड़ी जीत है। रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम पर जिसने 1979 में मैनचेस्टर में कनाडा को 277 गेंद शेष रहते हुए पराजित किया था लेकिन तब मैच 60 ओवर के हुआ करते थे।

विश्वकप में 50 ओवर के मैच में सबसे अधिक गेंद शेष रहते हुए जीत का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम पर है, जिसने 2003 में पार्ल में कनाडा को 272 गेंद शेष रहते हुए हराया था।

अफरीदी के नाम पर अब इस टूर्नामेंट में 21 विकेट दर्ज हो गए हैं और वह एक विश्वकप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले पाकिस्तानी गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने वसीम अकरम का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 1992 में 18 विकेट लिए थे। अफरीदी की निगाह अब ग्लेन मैग्राथ के विश्वकप रिकॉर्ड पर टिकी होगी। इस ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ने 2007 में 26 विकेट हासिल किए थे।

पाकिस्तान की टीम छठी बार विश्वकप के सेमीफाइनल में पहुँची है। वह इससे पहले 1979, 1983, 1987, 1992 और 1999 में भी अंतिम चार तक पहुँचा था। इमरान खान की अगआई में 1992 में वह चैंपियन बना जबकि 1999 में फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गया था। (भाषा)

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