बल्लेबाजी के अनुकूल रहेगी मोहाली की पिच

मंगलवार, 29 मार्च 2011 (00:00 IST)
चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच बुधवार को होने वाला बहुप्रतीक्षित विश्वकप सेमीफाइनल बल्लेबाजी की अनुकूल पिच पर खेला जा सकता है लेकिन मैदानकर्मियों के मुताबिक इससे तेज गेंदबाजों को भी मदद मिल सकती है क्योंकि इस पर थोड़ी घास छोड़ी गई है।

मैच से दो दिन पहले पीसीए स्टेडियम की पिच पर अब भी कुछ घास नजर आ रही है और सूत्रों ने कहा कि मैदानकर्मी इस घास को थोड़ा ही काटेंगे क्योंकि पिच टूटने का डर है। इसका मतलब हुआ कि पिच से स्पिनरों के मुकाबले तेज गेंदबाजों को अधिक मदद मिलेगी।

पंजाब क्रिकेट संघ के सूत्रों ने बताया कि यह बल्लेबाजी के लिए अच्छी पिच होगी। हम घास को काफी अधिक नहीं काटने वाले क्योंकि ऐसा करने पर पिच टूट सकती है। ज्यादा से ज्यादा हम घास की थोड़ी कटाई कर सकते हैं।

पीसीए क्यूरेटर दलजीत सिंह ने कहा, ‘दूधिया रोशनी में गेंद कुछ सीम लेगी। यह मोहाली के पारंपरिक विकेट की तरह होगा जिसमें अच्छी गति और उछाल मिलेगा।’ ओस भी मैच के नतीजे पर असर डाल सकती है। पिछले कुछ दिनों से रात में काफी अधिक ओस पड़ रही है जिससे आउटफील्ड गीली हो जाती है।

ओस को देखते हुए और बाद में पिच के थोड़ा धीमा होने की संभावना के कारण टास जीतने वाली टीम के पहले बल्लेबाजी करने की उम्मीद है। दूसरी पारी में गेंदबाजों को गेंद को ग्रिप करने में दिक्कत हो सकती है।

इतिहास गवाह रहा है कि कप्तान ॉस जीतने के बाद यहाँ पहले बल्लेबाजी करने को प्राथमिकता देते हैं। पिछले पाँच साल में यहाँ हुए नौ मैचों में से सात पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीते हैं। इनमें से सात मैच दिन रात्रि के थे जिसमें पाँच बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती।

यहाँ नौ मैचों में केवल दो बार टीमों 300 रन के आँकड़े को पार करने में सफल रही हैं। पाकिस्तान ने यहाँ दिन रात्रि मैच में भारत के 321 रन के लक्ष्य को हासिल किया था।

विश्वकप इतिहास में भारतीय टीम भले ही पाकिस्तान के खिलाफ अजेय रही हो लेकिन चिर-प्रतिद्वंद्वी टीम ने इस मैदान पर पिछली दोनों बार उसे शिकस्त दी है। (भाषा)

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