बेहद रोमांचक होगा भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच

गुरुवार, 24 मार्च 2011 (10:35 IST)
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सहमेजबान भारत गुरुवायहाक्वार्टर फाइनल मुकाबले में जब तीन बार के गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिटा से भिड़ेगा तो दुनिया की चोटी की दो वनडे टीमों के बीच क्रिकेट विश्वकप का सबसे रोमांचक मैच होने की उम्मीद है।

पिछले दशक में दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच कुछ कड़े मुकाबले देखने को मिले हैं और यह मुकाबला भी इससे अलग नहीं होगा जिसमें दोनों टीमें एक-दूसरे को कोई मौका नहीं देना चाहती।

लीग चरण में दोनों टीमों का प्रदर्शन संतोषजनक रहा था लेकिन दोनों को पता है कि नॉकआउट चरण में उन्हें दूसरा मौका नहीं मिलने वाला। ऐसी स्थिति में जो टीम दबाव से बेहतर तरीके से निपटने में सफल रहेगी उसका पलड़ा भारी रहेगा। टॉस भी अहम हो सकता है क्योंकि दूसरी पारी में ओस की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है।

ऑस्ट्रेलिया और भारत की टीमें अब तक आक्रामक खेल के साथ दबदबा बनाने में विफल रही हैं लेकिन मेजबान टीम ने अपने अंतिम मैच में वेस्टइंडीज पर बड़ी जीत के साथ लय हासिल की थी। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया को अपने अंतिम मैच में पाकिस्तान के हाथों हार झेलनी पड़ी थी जिससे विश्वकप में 34 मैच के उसके अजेय अभियान पर भी विराम लगा।

भारत को दर्शकों का समर्थन भी मिलेगा और 50000 दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम में अधिकांश प्रशंसक ऑस्ट्रेलिया की हार की दुआ करेंगे।

दुनिया की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट क्रिकेट में पिछड़ने के बाद निश्चित तौर पर वनडे प्रारूप में भी अपना अजेय होने का तमगा गँवा दिया है।

वीरेंद्र सहवाग के इस मैच के लिए पूरी तरह फिट होने की उम्मीद है जिससे महेंद्र सिंह धोनी की टीम को मजबूती मिलेगी। धोनी की टीम की नजरें अब गत चैम्पियन को हराकर विश्वकप खिताब को 28 बरस बाद दोबारा भारत लाने की तरफ एक और मजबूत कदम बढ़ाने पर टिकी है लेकिन ऐसा करने के लिए उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा।

सचिन तेंडुलकर की अगुआई में भारतीय शीर्ष क्रम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। तेंडुलकर ने इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक बनाए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तेंडुलकर का रिकॉर्ड बेहतरीन रहा जिस टीम के खिलाफ उन्होंने 67 वनडे मैचों में 46.23 की औसत से 3000 से अधिक रन बनाए हैं। इसके अलावा वह अंतरराष्ट्रीय शतकों का शतक पूरा करने से भी एक कदम दूर हैं।

सहवाग ने टूर्नामेंट की शुरूआत ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ 175 रन की पारी के साथ की लेकिन वह वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले मैच में नहीं खेल पाए और टीम को उनसे अब एक बार फिर बड़ी पारी की उम्मीद होगी।

सहवाग और तेंडुलकर क्रमश: 327 और 236 रन बनाकर मौजूदा विश्वकप में सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में चौथे और पाँचवें स्थान पर हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनसे एक बार फिर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।

युवराज सिंह भी बल्ले और गेंद से सफल रहे हैं। उन्होंने अब तक 284 रन बनाने के अलावा नौ विकेट भी चटकाए हैं। इन तीनों के अलावा बड़े स्कोर के लिए टीम की नजरें गौतम गंभीर पर भी टिकी होंगी। कप्तान धोनी हालाँकि उम्मीद करेंगे कि पिछले दो मैचों की तरह इस बार उनका बल्लेबाजी क्रम ध्वस्त नहीं हो।

गेंदबाजी में भारतीय टीम जहीर खान पर काफी निर्भर होगी क्योंकि मुख्य स्पिनर हरभजन सिंह सहित अन्य ने अब तक सहयोगी की भूमिका ही निभाई है। बाएँ हाथ का यह गेंदबाज टूर्नामेंट में अब तक 15 विकेट चटका चुका है और मौजूदा टूर्नामेंट का दूसरा सबसे सफल गेंदबाज है। जहीर अपने अनुभव और कौशल के दम पर ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं। भारत के उसी गेंदबाजी आक्रमण के साथ उतरने की उम्मीद है जिसने वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम को जीत दिलाई थी। टीम प्रबंधन हालाँकि मुनाफ पटेल की जगह बायें हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को मौका देने के बारे में सोच सकता है।

दूसरी तरफ टूर्नामेंट में अब तक छह मैचों में केवल 102 रन बना पाए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग पर काफी दबाव होगा क्योंकि उनकी कप्तानी पर फैसला काफी हद तक विश्वकप में टीम के प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।

ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी थोड़ी कमजोर है लेकिन ब्रेट ली की अगुआई में उसका तेज गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है। टीम इसके अलावा स्टीवन स्मिथ की जगह डेविड हसी को मौका दे सकती है।

भारत में 2009-10 से दोनों टीमों के बीच हुए मुकाबलों में कोई भी टीम दबदबा बनाने में सफल नहीं रही है। इस दौरान हुए 10 मैचों में से तीन में भारत ने जबकि चार में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की। अन्य मैच बारिश की भेंट चढ़ गए।

भारत ने हालाँकि 1987 के बाद ऑस्ट्रेलिया को विश्वकप में शिकस्त नहीं दी है जबकि इस दौरान 1996, 1999 और 2003 में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा। मोटेरा में भारत ने 12 में से केवल पाँच मैच जीते हैं जबकि यहाँ खेले पिछले तीन मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा।

टीमें इस प्रकार हैं - भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सचिन तेंडुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, युवराज सिंह, विराट कोहली, यूसुफ पठान, हरभजन सिंह, जहीर खान, आर अश्विन, मुनाफ पटेल, आशीष नेहरा, पीयूष चावला, सुरेश रैना और एस श्रीसंथ में से।

ऑस्ट्रेलिया - रिकी पोंटिंग (कप्तान), शेन वॉटसन, ब्रेड हैडिन, माइकल क्लार्क, माइकल हसी, कैमरून वाइट, स्टीवन स्मिथ, डेविड हसी, जॉन हेस्टिंग्स, मिशेल जानसन, ब्रेट ली, जेसन क्रेजा, शॉन टैट, कैलम फर्ग्युसऔर टिम पेन में से।

समय: मैच भारतीय समयानुसार दोपहर ढाई बजे शुरू होगा। (भाषा)

फोटो क्रेडिट: संपूर्ण समाचार सेवा

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