मनमोहन का जरदारी और गिलानी को न्योता

शुक्रवार, 25 मार्च 2011 (23:48 IST)
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द्विपक्षीय संबंधों को एक नई दिशा देने के लिए क्रिकेट कूटनीति को जरिया बनाते हुए प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने भारत और पाकिस्तान के बीच 30 मार्च को मोहाली में होने वाले क्रिकेट विश्वकप सेमीफाइनल मैच को देखने के लिए आज पाकिस्तानी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को न्यौता दिया।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खुद भी इस मैच के दौरान मोहाली में उपस्थित रहेंगे। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को लिखे पत्र में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले विश्वकप सेमीफाइनल मैच को देखने का प्रस्ताव दिया है। इसमें उन्हें मैच देखने का आमंत्रण देते हुए लिखा है, ‘आपको मैच के लिए आमंत्रित करने से मुझे काफी खुशी हो रही है।’

उन्होंने कहा, ‘मैच को लेकर यहाँ काफी उत्साह बना हुआ है और हम क्रिकेट के इस रोमांचक मैच को देखने के लिए उत्सुक हैं जिसमें खेल की विजय होगी।’ मनमोहन सिंह ने दोनों नेताओं को लिखे पत्र में कहा, ‘मुझे आपको मोहाली का दौरा करने और मेरे तथा लाखों प्रशसंकों के साथ दोनों देशों के बीच हो रहे मैच को देखने के लिए आमंत्रित करने में काफी खुशी हो रही है।’

मुंबई में 26 नवंबर को हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था और इसके बाद यह क्रिकेट कूटनीति शिखर स्तर पर पहली द्विपक्षीय संबंधित घटना है।

पिछले दो दशक से दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण रहे हैं लेकिन क्रिकेट कूटनीति के कारण ही पाकिस्तान के दिवंगत राष्ट्रपति जिया उल हक और पूर्व प्रधानमंत्री परवेज मुशर्रफ भारत में क्रिकेट मैच देखने आ चुके हैं।

दिल्ली में सेंट स्टीफंस में पढ़ाई कर चुके हक फरवरी 1987 में दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के आमंत्रण पर जयपुर में सवाई मानसिंह स्टेडियम में हुए टेस्ट मैच को देखने आए थे, जिसके बाद दोनों ने दिल्ली में मुलाकात की थी। मुशर्रफ भी 2005 में फिरोजशाह कोटला में हुए भारत और पाकिस्तान मैच को देखने आए थे।

पाकिस्तान ने भारत के न्यौते का स्वागत किया : पाकिस्तान ने मोहाली में 30 मार्च को विश्वकप क्रिकेट सेमीफाइनल देखने केलिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को मिले न्यौते का स्वागत करते हुए कहा कि इस पर फैसला कल लिया जाएगा।

इस्लामाबाद में राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्लाह बाबर ने बताया ‍कि हम इस न्यौते का इस्तकबाल करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश से बाहर हैं और उनके ताशकंद से लौटने के बाद ही इस बारे में फैसला लिया जाएगा।

गिलानी के कल पहुंचने की संभावना है। ताशकंद की दो दिवसीय यात्रा के बाद उन्हें आज पहुँचना था लेकिन खराब मौसम के कारण उनकी उड़ान रद्द हो गई। सरकारी सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रालय से बातचीत के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। (भाषा)

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