वानखेड़े में हैरतअंगेज सुरक्षा

शनिवार, 2 अप्रैल 2011 (18:12 IST)
सह-मेजबान भारत और श्रीलंका की टीमों के बीच विश्वकप फाइनल के मद्देनजर यहाँ के वानखेड़े स्टेडियम में सुरक्षा के ऐसे पुख्ता इंतजाम किए गए कि परिंदा भी पर नहीं मार सके।

वानखेड़े में सुरक्षा के त्रिस्तरीय प्रबंध किए गए हैं। हर व्यक्ति को मैटल डिकेक्टर, बैगेज डिकेक्टर और खोजी कुत्ते के अलावा सीआईएसएफ जाँच के बाद की स्टेडियम में प्रवेश करने की इजाजत दी गई।

भारत और पाकिस्तान का मैच कवर करने आए मीडियाकर्मियों को स्टेडियम में सिक्के नहीं ले जाने दिए गए। इसके अलावा मुंबई पुलिस यातायात नियंत्रण पर भी कड़ी नजर रखे हुए है। दक्षिण मुंबई में स्थित स्टेडियम तक जाने वाली कई सड़कों पर वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

मुंबई क्रिकेट संघ के सूत्रों ने बताया कि स्टेडियम के प्रत्येक प्रवेश द्वार पर सीआईएसएफ के 15 से 20 जवान तैनात किए गए हैं। स्टेडियम के अंदर भी बड़ी संख्या में सुरक्षा जवानों को तैनात किया गया है। मुंबई पुलिस के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स, त्वरित कार्य बल, राज्य रिजर्व पुलिस बल और त्वरित कार्रवाई बल को तैनात किया गया है।

मुंबई पुलिस आयुक्त अरुप पटनायक ने कहा कि स्टेडियम और उसके आस पास की सुरक्षा के लिए लगभग 5000 जवान तैनात किए गए हैं। मैंने अपने करियर में सुरक्षा का इतने कडे प्रबंध नहीं देखे। हवाई या समुद्री हमले की किसी भी संभावना से निपटने के लिए जलसेना और वायुसेना को हाईअलर्ट पर रखा गया है। स्टेडियम के आसपास के इलाके को 'नो फ्लाइंग जोन' घोषित किया गया है। (वार्ता)

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