सचिन के लिए फाइनल मुंबई में-लोर्गट

बुधवार, 23 मार्च 2011 (18:24 IST)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मुंबई में विश्वकप फाइनल आयोजित कराने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि इससे इस शहर के लाडले सचिन तेंडुलकर को अपने घरेलू मैदान पर विश्वकप जीतने का सपना पूरा करने का मौका मिलेगा।

आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोर्गट ने आज यहाँ कहा आप कल्पना कर सकते हैं कि भारत वानखेड़े में फाइनल जीते और उसमें सचिन अपने घरेलू मैदान पर शतक ठोके। किसी स्टेडियम में चाहे कितनी भी सीटें क्यों न हो आप टिकटों की माँग पूरी नहीं कर सकते।

विश्वकप का फाइनल दो अप्रैल को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाना है जिसकी क्षमता लगभग 33 हजार है जबकि कोलकाता के ईडन गार्डन में 60 हजार और दिल्ली के फिरोजशाह कोटला तथा अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में 50-50 हजार दर्शक मैच का आनंद उठा सकते हैं।

लेकिन आईसीसी ने इन स्थलों की अनदेखी करके कम दर्शक क्षमता वाले वानखेड़े को फाइनल के लिए चुना। खिताबी मुकाबले के लिए टिकटों की भारी कमी को देखते हुए आईसीसी के इस फैसले की आलोचना हो रही है। भारत में जिन आठ स्थलों में विश्वकप मैचों का आयोजन हो रहा है उनमें से दर्शक क्षमता के मामले में वानखेड़े निचले पायदान से दूसरे नंबर पर है।

लोर्गट ने कहा कि आईसीसी के पास एक अरब से ज्यादा आबादी वाले देश भारत में टिकटों की भारी माँग को पूरा करने के लिए कोई साधन नहीं है। उन्होंने कहा विश्वकप मैचों में भारी तादाद में दर्शक जुटे हैं। हमें उम्मीद है कि नॉकआउट चरण में कोई भी सीट खाली नहीं जाएगी।

उल्लेखनीय है कि भारत की मौजूदगी वाले मैचों के लिए टिकट खरीदने में मची मारामारी के कारण बेंगलुरू और नागपुर में क्रिकेटप्रेमियों को पुलिस की लाठियाँ खानी पड़ी थी। मीडिया में टिकटों की कालाबाजारी की भी रिपोर्ट आई है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गुरुवार होने वाले हाई प्रोफाइल क्वार्टर फाइनल की टिकट नहीं मिलने से नाराज 200 क्रिकेटप्रेमियों ने सरदार पटेल स्टेडियम के बाहर प्रदर्शन किया और स्थानीय आयोजकों के खिलाफ नारेबाजी की।

लोर्गट ने कहा यह एक दुर्भाग्यपूर्ण सच्चाई है कि हमारे पास टिकटों की संख्या सीमित है जबकि माँग बहुत ज्यादा है। हम टिकटों की कालाबाजारी को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। जहाँ कहीं भी ऐसा होता है इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कुछ मामलों में गिरफ्तार हुई हैं और हमने पुलिस और अन्य अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है।

उन्होंने कहा कि इस टूर्नामेंट से आईसीसी को बहुत कुछ सीखने को मिला है और भविष्य में हम टिकट वितरण के मुद्दे से बेहतर ढंग से निपट सकते हैं। लोर्गट ने कहा हमें इस टूर्नामेंट से कई सीख मिली हैं जिनका इस्तेमाल हम भविष्य में करके विश्वकप को बेहतर बना सकते हैं1 लेकिन यह भी सच है कि टिकटों की भारी माँग को पूरा नहीं किया जा सकता। (वार्ता)

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