लेकिन, जब मैच कांटे की टक्कर लड़ रहा था उसी दौरान बारिश ने खलल डाल दी। इस समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 43 ओवरों में 232 रन था और अगले दो ओवरों में उसे मैच जीतेन के लिए 21 रन चाहिए थे। बारिश के खलल पड़ने से मैच को बीच में ही रोक दिया गया और अंत में जो निर्णय आया वह पूरी तरह से हतप्रभ करने वाला निर्णय था।
डकवर्थ लुईस नियम के मुताबिक साउथ अफ्रीका को जीतने के लिए 1 गेंद में 21 रन चाहिए थे। जो नामुमकिन था। इस तरह दक्षिण अफ्रीका को यह मैच गंवाना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका हर विश्वकप में महत्वपूर्ण टीम रही है, लेकिन कभी अपने दुर्भाग्य के टैग को निकाल नहीं पाई और हमेशा से पिछड़ती रही। 1999 के सेमीफाइनल में फिर पहुंचने वाली दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले मैच में साउथ अफ्रीका को मैच ड्रा होने के चलते विश्वकप से बाहर होना पड़ा।