धोनी क्षेत्ररक्षण से संबंधित सभी अभ्यास करते हैं, कैच लेने का अभ्यास करते हैं, बल्लेबाजी करते हैं और कभी-कभार गेंदबाजी में भी हाथ आजमाते हैं, लेकिन विकेटकीपिंग नहीं करते। चाहे सैयद किरमानी हो या किरण मोरे या नयन मोंगिया या हाल के दिनों में रिद्धिमान साहा सभी विकेटकीपिंग का जमकर अभ्यास करते थे लेकिन धोनी का तरीका पूरी तरह से अलग है।
भारतीय टीम के सहयोगी स्टाफ के एक सदस्य ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि मुझे याद नहीं है कि मैंने कभी धोनी को नेट्स पर विकेटकीपिंग का अभ्यास करते हुए देखा। यदि आप मुझसे पूछो कि क्यों और तो मैं इसका जवाब नहीं दे पाऊंगा। उनकी विकेटकीपिंग का अभ्यास का तरीका यह है कि मैच के दिन 10 कैच लो ताकि उन्हें दस्तानों पर गेंद पकड़ने का अहसास हो जाए। पिछले कई वर्षों से वे ऐसा कर रहे हैं। (भाषा)