इस विश्व कप में श्रीलंका की शुरुआत बहुत अच्छी तो नहीं रही और विश्व कप का पहला मैच न्यूजीलैंड के हाथों गंवा दिया, लेकिन बाद में श्रीलंका पूरे रंग में दिखी। श्रीलंका ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए इंग्लैंड और बांग्लादेश को पटखनी दी और क्वार्टरफाइनल में शान से प्रवेश किया।
विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में श्रीलंका इस बार फिर से दक्षिण अफ्रीका से भिड़ने जा रहा है। इससे पहले श्रीलंका की मुलाकात दक्षिण अफ्रीका से सुपर8 में 2007 के विश्व कप में हुई थी। इस मैच में श्रीलंका को हार का सामना करना पड़ा था। श्रीलंका ने सुपर8 में हारने के बावजूद अपने बेहतरीन खेल की बदौलत फाइनल खेला।
दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के दरम्यान खेला गया यह मुकाबला बहुत कुछ लसिथ मलिंगा के चार विकटों के लिए याद किया जाता है। लसिथ मलिंगा समेत क्रिकेटप्रेमियों के लिए 28 मार्च 2007 के दिन दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका के बीच खेला गया मैच एक सुनहरी याद बन गया।
दक्षिण अफ्रीका दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए मैच जीतने के बेहद करीब था। लगभग यह मान लिया गया था कि दक्षिण अफ्रीका आराम से मैच जीत जाएगी। दक्षिण अफ्रीका को बाकी बचे 5 ओवरों में 4 रन चाहिए थे व 5 विकेट उसके शेष थे।
लेकिन, अगले ही ओवर में मलिंगा ने जो कारनामा किया उसने साउथ अफ्रीका को पूरी तरह हिलाकर रख दिया। मलिंगा का विकेट लेने का सिलसिला 45वें ओवर के पांचवीं गेंद से शुरू हुआ और 46.2 ओवर तक आते आते मलिंगा दक्षिण अफ्रीका के 9 खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखा चुका था।
यह पहली बार हुआ कि किसी गेंदबाज ने चार गेंदों में चार विकेट लिए हों। मलिंगा ने हैट्रिक लगाते हुए चार गेंदों में चार विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी।
पारी का 48वां ओवर चामिंडा वास ने किया और बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए पूरा ओवर मेडन डाल दिया। पारी के 49 वें ओवर में दक्षिण अफ्रीका को जीतने के लिए 2 रन चाहिए थे व एक विकेट शेष था। पहली गेंद में मलिंगा ने पीटरसन को बीट किया लेकिन अगली गेंद में दुर्भाग्यवश पीटरसन के बैट का बाहरी किनारा लेती हुई गेंद बाउंड्री लाइन के बाहर पहुंच गई और इस तरह श्रीलंका यह मैच हार गया।
बावजूद इसके श्रीलंका की गेंदबाजी को खूब सराहा गया। अब इस विश्व कप में एक बार फिर क्वार्टरफाइनल में ही दोनों जाबांज टीमें आमने सामने हैं। ऐसे में दोनों के बीच टक्कर रोचक होने की संभावनाए हैं।