15 अगस्त 1969 को इसरो की स्थापना हुई और इस साल ही इंसान ने अपना पहला कदम चांद पर रखा था। अपनी स्थापना के 54 सालों के बाद इसरो चांद से लेकर सूरज तक के लिए कई मिशन लॉन्च कर चुका है। आने वाले साल में भी इसरो ऐसे कई तरह के बड़े मिशन लॉन्च करने वाला है। आइए देखते हैं 2023 की इसरो की उपलब्धियां (isro greatest achievements)...
1. SSLV-D2 साल का पहला लॉन्च
इसरो ने पहली बार अपना सबसे छोटा रॉकेट स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV) सफलतापूर्वक 10 फरवरी 2023 को लॉन्च किया। SSLV-D2 ने अपने साथ तीन सैटेलाइट EOS-07, Janus-1 और AzaadiSAT-2 लेकर अंतरिक्ष की उड़ान भरी। इसरो ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से इस सैटेलाइट को लॉन्च किया। SSLV-D2 ने सफलतापूर्वक EOS-07, Janus-1 और चेन्नई स्थित स्पेस स्टार्टअप SpaceKidzs AzaadiSAT-2 को उनकी इच्छित कक्षा में स्थापित कर दिया।
2. OneWeb India-2 मिशन
इस मिशन को LVM3 M3 भी कहा जाता है जिसमें वनवेब ग्रुप कंपनी की 36 सैटेलाइट को 450 किलोमीटर की गोलाकार कक्षा में स्थापित किया था। यह मिशन इसलिए कठिन था क्योंकि सभी सैटेलाइट को इस तरह स्थापित करना था जिसमें ये आपस में टकराए न और सही कक्षा में स्थापित हों। यह इसरो के सबसे भारी लॉन्च व्हीकल LVM3 की लगातार छठी कामयाब उड़ान थी।
3. PSLV-C55 और विदेशी सैटेलाइट्स
22 अप्रैल 2023 को भारत ने PSLV C-55 के साथ सिंगापुर के दो सेटेलाइट्स TeLEOS-2 और LUMELITE-4 को अंतरिक्ष में भेजा। यह सैटेलाइट भी आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था। इस लॉन्च से विशेषज्ञों को मौसम की सही जानकारी मिलने में मदद मिली और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में भी यह मददगार साबित हुआ।
4. Chandrayaan-3
भारत की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से के चंद्रयान-3 भी है। 14 जुलाई 2023 को चंद्रयान-3 को धरती से चांद के लिए रवाना किया गया था। 40 दिनों की लंबी यात्रा के बाद 23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 ने चांद पर सॉफ्ट लैंडिग की। इस कामयाबी का जश्न पुरे भारत में मनाया गया। इस मिशन के ज़रिए भारत चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान की सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला चौथा देश है।