विश्व योग दिवस 2021 : घर में रहते हुए हमने जाना है योग का महत्व

कोविड 19 कोरोना वायरस के चलते भारत में 25 मार्च 2020 को लॉकडाउन लगा दिया गया था जो 31 मई 2020 तक चला और फिर चरणों में अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। इसके बाद अप्रैल 2021 में पुन: चरणों में लॉकडाउन प्रारंभ हुआ और अब पुन: जून से अनलॉक प्रक्रिया प्रारंभ होगी। इस दौरान सभी लोग अपने घरों में ही रहे। घरों में रहकर लोगों के कई बातों का महत्व समझा है उसी में से एक है योग।
 
 
1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। इस बार भी 21 जून 2021 को योग दिवस बनाया जाएगा। लॉकडाउन के दौरान योग का महत्व बढ़ा है और लोगों ने इसके महत्व को भी समझा है।
 
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2020 की थीम 'सेहत के लिए योग- घर पर योग' रखी गई थी। इसका मकसद यही था कि पूरी दुनिया में लोग महामारी और लॉकडाउन के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और घरों से​ कम से कम निकलें। इन हालात में दुनिया के कई हिस्सों में मानसिक तनाव, चिंता और डर के ​चलते कुछ असामान्य मानसिक स्थितियां बनने की भी खबरें मिली थी। परंतु योग ने कई लोगों की जिंदगी बचायी है।
 
 
2. लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों में कैद हो जाने से उनकी शारीरिक गतिविधियां लगभग रुक गई थी। ऐसे में जो लोग जिम जाते थे वे जिम नहीं जा पाए और जो लोग दौड़ लागते थे या मार्निंग वॉक करते वह भी ऐसा नहीं कर पाए। लेकिन इस दौरान उन लोगों ने घर में ही रहकर योग से अपने शरीर को सेहतमंद बनाए रखा। 
 
3. कोरोना वायरस के चलते योग का महत्व पहले कि अपेक्षा इसलिए भी बढ़ा क्योंकि लोगों ने यह जाना की यह वायरस हमारे फेंफड़ों को कमजोर करता है और शरीर का ऑक्सीजन लेवल घटा देता है। इसलिए लोगों ने अपने फेफड़ों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए योग के प्राणायाम को अपनाना कर अपना जहां अपने फेफड़े मजबूत किए वहीं शरीर का ऑक्सीजन लेवल भी बढ़ाया।
 
 
4. घर में ही रहकर लोगों ने यह भी जाना की हमें हमारी इम्युनिटी बरकरार रखनी होगी इसलिए भी उन्होंने योग के इम्युनिटी बढ़ाने वाले नुस्‍खे भी अपनाए। 
 
5. लोगों ने जब यह जाना की कोरोना वायरस सबसे पहले नाक में, फिर गले में और अंत में यह फेफड़ों में फैलता है तो लोगों ने योग के नेतिकर्म के महत्व को भी समझा और इसके चलते उन्होंने अपने नाक और गले को साफ रखने का हर संभव प्रयास किया।
yoga day 2021
6. घर में रहकर योग को किसी माध्यम से सिखकर आसानी से कर सकते हैं जबकि जिम या अन्य तरह की कसरतें करने में कई तरह दिक्कते हैं और उनका इतना ज्यादा प्रभाव भी नहीं होता है। 
 
7. आज के समय में सभी के जीवन में योग का बहुत अधिक महत्‍व है। वर्तमान में बढ़ती बीमारियों से निपटने के लिए योग बहुत जरूरी है। जिस प्रकार डायबिटीज के मरीज के लिए दवा जरूरी है, ठीक उसी प्रकार जीवन में योग बहुत आवश्‍यक है।
 
8. योग एक ऐसी दवा है, जो बगैर खर्च के रोगियों का इलाज करने में सक्षम है। वहीं यह शरीर को ऊर्जावान बनाए रखता है, यही कारण हैं कि युवाओं द्वारा बड़े पैमाने पर जिम और एरो‍बि‍क्‍स को छोड़कर योग अपनाया जा रहा है।
 
 
9. योग से शरीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थय भी प्राप्त किया जाता है। यह तनाव, अवसाद, चिंता, अनिद्रा आदि से छुटकारा दिलाकर मन-मस्तिष्क को शांत रखता है। 
 
10. डाइबि‍टीज रोगियों, हाई और लो ब्लड प्रेशर और हृदय योग में योग बहुत ही फायदेमंद सिद्ध हुआ है। कोरोना काल में इन रोगियों को बहुत ही सावधान करने की आवश्यकता है। इसलिए भी योग का महत्व बढ़ा है।
 
 
11. घर में रहकर कई लोगों को अपनी तोंद निकल की चिंता थी और कई लोगों को अपना वजन बड़ने को लेकर परेशानी थे परंतु उन्होंने घर में ही योग को अपनाकर खुद को फिट बनाए रखा।
 
12. लॉकडाउन में योग गुरुओं की डिमांड बढ़ गई है। लोग फोन पर, ऑनलाइन व वॉट्सऐप के माध्यम से योग गुरुओं से तनाव को दूर करने, इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने, वर्क फ्रॉम होम में बॉडी पेन को भगाने और वजन कम करने के टिप्स ले रहे हैं। 
 
13. भुजंगासन, मर्कटासन, भ्रामरी प्राणायाम, उद्गगीत व गहरी श्वास के साथ ध्यान कर लोग तनाव कम कर रहे हैं तो वहीं योग के कुछ खास आसन या सूर्य नमस्कार सिखकर लोग खुद को फिट रख रहे हैं।
 
14. लॉकडाउन में कई लोग घर में ही प्रत्येक दिन योगाभ्यास करने खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से सेहतमंद बानाए रखकर कोरोना वायरस से बचे रहे हैं। कई अध्ययन हैं जो ये साबित कर चुके हैं कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग महत्वपूर्ण है।
 
 
15. लॉकडाउन में योग कई लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है और इस दौरान योग का प्रचलन बढ़ा है। योग को इस दौरान नया ही आयाम मिला है। डॉक्टरों ने भी लोगों को योग करने की सलाह दी है।

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