बहुत बेचैनी है? तनावग्रस्त हैं? किसी दु:ख को लेकर चिंता में घिरे हैं? या यूं ही चिंता में रहने की आदत हो चली है? यह भी हो सकता है कि आपको सिरदर्द की शिकायत हो। कहीं ऐसा तो नहीं कि दिमागी झंझावतों की वजह से आप रातभर करवटें बदलते रहते हों। खैर, जो भी हो, आओ हम आपको दिमाग को शांत रखने के 5 यौगिक उपाय बताते हैं।
2. योगासन : योगासनों में जानुशिरासन, सुप्तवज्रासन, पवनमुक्तासन, पश्चिमोत्तानासन, उष्ट्रासन, ब्रह्ममुद्रा या फिर रोज सूर्य नमस्कार करें।
प्रतिबंध : कुछ तो स्वयं पर प्रतिबंध लगाना ही होगा। सोचे कि आप ज्यादा क्यों सोचते हैं। दिमाग में द्वंद्व क्यों रखते हैं। अपनी श्वासों को उखड़ा-उखड़ा क्यों रखते हैं, क्यों नहीं गहरी श्वास लेते हैं। चेहरे और आंखों में तनाव क्यों रखते हैं। कपाल पर सिलवटें क्यों बनाएं रखते हैं? आखिर ऐसा क्या है कि आप भयाक्रांत हैं? चिंता और भय के अलावा भी ऐसी क्या बात है जो आपके मस्तिष्क को अशांत रखती है- इस सबको समझते हुए स्वयं पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करें क्योंकि 'आप' अपने मस्तिष्क और उसकी तमाम हलचलों से श्रेष्ठ और दूर हैं। जरा हटकर सोचें।