जब हम प्रशासनिक शब्दों में एकरूपता लाने की बात करते हैं तो हमें उनके लिए पहले से ही बाकायदा स्थापित अंग्रेजी शब्दों को आधार मानकर काम करना चाहिए, जैसे ज्यादातर राज्यों में प्रशासन चलाने के लिए ‘डिवीजनल कमिश्नरों’ (संभागीय अथवा मंडल आयुक्तों) की व्यवस्था है और एक मंडल या संभाग में कुछ जिले होते हैं। इस तरह से जिले के प्रभारी अधिकारी को अंग्रेजी में ‘डिप्टी कमिश्नर’ और हिन्दी में 'उपायुक्त' कहना ज्यादा तार्किक है, जैसा कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर आदि राज्यों में है। देश की प्रशासनिक शब्दावली में फैली अराजकता एक तरह से कलंक है और इसे खत्म किया जाना चाहिए।