विश्व हिन्दी सम्मेलन : भारतीय भाषाओं में तकनीक पेश

बुधवार, 9 सितम्बर 2015 (19:47 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गुरुवार से आयोजित होने वाले विश्व हिन्दी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल 'डिजिटल इंडिया' का खासा असर दिख रहा है।
 
सम्मेलन में शामिल हो रहे सूचना प्रौद्योगिकी उपक्रम भारतीय भाषाओं में अपनी तकनीक पेश कर रहे हैं,  जो आमजन को तकनीक से जोड़ने में खासी सफल साबित हो सकती है।
 
प्रदर्शनी का एक मुख्य आकर्षण केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संस्थान सेंटर फॉर  डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कम्प्यूटिंग (सीडेक) का नया 'जिस्ट' की-बोर्ड है, जो मोबाइल या कम्प्यूटर से  अपनी भाषा में संदेश पहुंचाने के इच्छुक लोगों के लिए वरदान साबित हो सकता है। 
 
सीडेक का ये की-बोर्ड मोबाइल फोन पर हिन्दी समेत 22 भाषाओं में लिखने की सुविधा देता है। इसमें  हिन्दी के अलावा असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम,  मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिन्धी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में टाइपिंग  करने की सुविधा उपलब्ध है।
 
प्रदर्शनी में सीडेक का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रोजेक्ट इंजीनियर अक्षत जोशी ने  बताया कि ये  की-बोर्ड सीधे देवनागरी में टाइप करने की सुविधा प्रदान करता है। इसे apps.mgov.gov.in या localisation.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है। 
 
जोशी के मुताबिक, सीडेक सीधे अपने नाम के साथ भारत डोमेन नेम भी उपलब्ध करा रहा है, जो  भारतीयों को अपने देश से जुड़ने की दिशा में अहम कदम साबित होगा। सीडेक बहुत सी सरकार  जनोपयोगी वेबसाइटों का भी हिन्दी संस्करण और उनके अनुवाद की पेशकश कर रहा है जिसमें किसानों  से जुड़ा पोर्टल भी शामिल है। ये पोर्टल अंग्रेजी नहीं जानने वाले किसानों के लिए खासा उपयोगी साबित  होगा।
 
केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का उपक्रम टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फॉर इंडियन लैंग्वेजेस  (टीडीआईएल) इस प्रदर्शनी में बहुत से अहम सॉफ्टवेयर और सर्च इंजन की भारतीय भाषाओं के संस्करण  उपलब्ध करा रहा है। (वार्ता)

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