#KashmirFiles यह पहली बार हुआ है जब उस सच पर फिल्म बनी है जिसे कोई सुनना और जानना नहीं चाहता था.... यह फिल्म नहीं है यह डिजिटल डॉक्यूमेंटेशन ऑफ जेनोसाइड है। पहली बार हमारे जीवन के सच को इतनी प्रखरता से स्थापित करने का सुप्रयास किया गया है। हमारी पूरी की पूरी जाति को खत्म कर देने की कोशिश की गई। कश्मीरी पंडित ही भारत और कश्मीर के बीच का सेतु थे। इसलिए हमारी संस्कृति को नष्ट किया गया। वो कहते हैं न कि जब आप किसी संस्कृति को नष्ट करते हैं तो उसका भविष्य भी समाप्त कर देते हैं। हम कश्मीरी पंडित की अपनी समृद्ध, संपन्न, वैभवशाली और यशस्वी संस्कृति थी...याद कीजिए राजतरंगिणी कहां से आई, कल्हण, बिल्हण कौन थे? यह हमारे साहित्य और संस्कृति के विद्वान मनीषियों की गौरवशाली धरती है...