बाबा रे बाबा, इन बाबाओं से बच के रहना...

हर धर्म में फर्जी बाबा होते हैं। कोई चंगाई सभा करा रहा है तो कोई बंगाली बाबा खुला चैलेंज दे रहा है। वशीकरण, मुठकरणी, गृहकलह और लव मैरिज आदि के स्पेशलिस्ट कई बाबाओं के अखबारों में विज्ञापन छपते रहते हैं। उनमें से कुछ पकड़ा जाते हैं तो कई भाग जाते हैं। ऐसा नहीं है कि फर्जी बाबा सिर्फ हिन्दू समाज में ही होते हैं। पादरियों पर भी आए दिन धर्मांतरण या बलात्कार जैसे आरोप लगते रहे हैं। खैर...
 
2017 के ताजा मामले...
बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित : इस जाते साल के आखिरी माह दिसंबर में एक और फर्जी बाबा का भंडाफोड़ हो गया। इस बाबा का नाम है- बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित। दिल्ली के रोहिणि एरिया में बने 'आध्यात्मिक विश्वविद्यालय' से सीबीआई टीम ने 41 लड़कियों को छुड़ाया। पीड़िताओं में कई यूपी और छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखती हैं। यह बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित का आश्रम था। यहां से आजाद हुई एक पीड़िता ने दिल्ली कमीशन फॉर वुमन के सामने बताया कि बाबा खुद को कृष्ण बताता था और उसे अपनी 16 हजार रानियों में से एक मानता था। उन्होंने कई बार उसका रेप किया।
 
पादरी चंद्र कुमार : अक्टूबर में पटना पुलिस ने पादरी चंद्र कुमार को दो महिलाओं के साथ बलात्कार के मामले में गिरफ्तार किया था। एक समाज सेवी की पहल पर दोनों महिलाओं ने पटना के महिला पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपों की जांच करने के बाद मर्ग कायम किया और पादरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
 
फादर रोबिन उर्फ मैथ्यू वडक्कनचेरिल : केरल के कन्नूर जिले में एक चर्च के पादरी फादर रोबिन उर्फ मैथ्यू वडक्कनचेरिल द्वारा एक लड़की के साथ कथित बलात्कार की घटना से जुड़े तथ्यों को छुपाने के लिए पांच नन सहित आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह मामला मार्च 2017 का है। मामले की जांच कर रहे अधिकारी पेरावूर सर्किल के निरीक्षक सुनील कुमार के अनुसार जिले के कुतुपरम्बा स्थित निजी अस्पताल के प्रभारी और पांच नन के अलावा दो अन्य लोगों के खिलाफ पोक्सो अधिनियम की गैर जमानती धाराओं और किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। यह मामला उस समय सामने आया जब जिले के नीनदुनोक्की इलाके में रहने वाली लड़की ने सात फरवरी को कोथुपरमबा के एक निजी अस्पताल में एक लड़के को जन्म दिया।
 
गुरमीत राम रहीम सिंह: 25 अगस्त 2017 में इस बाबा को बलात्कार और हत्या के मामले में हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर रोहतक की सुनारिया जेल में डाल दिया है। उसकी गिरफ्तारी के दौरान 41 लोगों की मौत हो गई थी और अनेक लोग घायल हो गए थे। 15 अगस्त 1967 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में जन्मे राम रहीम 1990 में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बने। वो खुद को रॉकस्टार बाबा के रूप में प्रस्तुत करता रहा। कथित रूप में अपनी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत के साथ फिल्म भी बनाई। गौरतलब है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को दो महिलाओं के साथ बलात्कार करने के मामले में 20 साल के कारावास की सजा दी गई है।
 
फलाहारी बाबा : अलवर राजस्थान की पुलिस ने सितंबर में बलात्कार की कोशिश के मामले में फंसे जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी फलाहारी महाराज को हिरासत में ले लिया था। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की रहने वाली एक युवती ने फलाहारी बाबा के खिलाफ रेप की कोशिश का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने बाबा को राजस्थान के अलवर में एक अस्पताल से हिरासत में लिया है। रेप की कोशिश के आरोप में फंसे फलहारी महाराज खुद को बीमार बताकर अस्पताल में भर्ती थे।  
 
जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के महिला थाने में पीड़ित युवती ने शिकायत दर्ज कराई है कि फलाहारी बाबा ने उसके साथ रेप की कोशिश की थी। पीड़िता के परिजन इस बाबा के शिष्य हैं। यह युवती जयपुर में रहकर कानून की पढ़ाई कर रही थी। उसी दौरना बाबा ने ये हरकत की।
 
पुराने मामले
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आशुमल उर्फ आसाराम : वैसे तो ये रेप के दो मामले में 2013 से ही जोधपुर जेल में बंद है लेकिन इस साल इन्होंने बहुत जोर लगाया कि जमानत हो जाए लेकिन हर बार इनकी जमानत खारिज हो गई। इस बीच इनके खिलाफ गवाही देने वाले दो लोग संदिग्ध परिस्थिति में मारे गए। ऐसा आरो है कि इन्होंने साल 2013 में यूपी की नाबालिग शिष्या के साथ रेप किया था। ये आशीर्वाद देने के नाम पर नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण और बलात्कार करते थे। आसाराम के बेटे नारायण साईं पर भी सूरत की एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था। इस समय वो भी जेल में है।
दिसंबर माह में ही पेशी के लिए कोर्ट पहुंचे आसाराम से सिक्किम हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एस.एन.भार्गव ने मुलाकात की। जज साबह ने सिर्फ मुलाकात ही नहीं की बल्कि आसाराम के चरणों में गिरकर आशीर्वाद भी लिया। 
 
सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां : राधे मां की लीला अभी भी जारी है। आरोप तो लगे लेकिन कोई उनका कुछ बिगाड़ नहीं पाया। इस साल भी उन्होंने खुब डांस किया। राधे मां अश्लीलता और बहू पर दहेज प्रताड़ना का आरोप। खुद को देवी बताने वाली राधे मां का अभी भी भक्तों की गोद में बैठने के पैसे लेती हैं। चार अप्रैल 1965 में पंजाब के जिले गुरुदासपुर के दोरंगला गांव में जन्मीं राधे मां महज 10वीं तक पढ़ीं हैं। हाल ही में राधे मां ने मध्यप्रदेश के इंदौर में झूमकर सड़क पर डांस किया था। उनके भक्तों ने बग्‍घी पर बैठकर उनका नगर भ्रमण भी करवाया गया था। बैंड बाजों के साथ निकला था जुलूस।
 
सच्चिदानंद गिरी ऊर्फ सचिन दत्ता : यह तब चर्चा में आए जब कि 30 जुलाई 2015 में इनकों महामंडलेश्वर बना दिया गया और इस समारोह में हेलीकॉफ्टर से फूलों की वर्षा करवाई गई। मामला यह खास नहीं था बिल्क विवाद का मामला यह था कि यह व्यक्ति पेशे से बिल्डर, डिस्कोथेक और बियर बार का संचालक है।
 
बाबा रामपाल : ये कबीरदास को ईश्वर मानता था। आरोप है कि आश्रम के अस्पताल में गर्भपात सेंटर चलाता था और वहां से हथियार और आपत्तिजनक दवाएं भी जब्द की गई। हरियाणा के सोनीपत के गोहाना तहसील के धनाना गांव में पैदा हुए रामपाल हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर थे। स्वामी रामदेवानंद महाराज के शिष्य बनने के बाद नौकरी छोड़ प्रवचन देना शुरू किया। बाद के दिनों में कबीर पंथ को मानने लगे और अपने अनुयायी बनाने में जुट गए। रामपाल के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है। 2006 में रामपाल पर हत्या का केस दर्ज हुआ था।
 
निर्मल बाबा ऊर्फ निर्मलजीत सिंह : यह बाबा लोगों को उल्टे-पुल्टे या ऊटपटांग उपाय बताकर उनकी समस्या का समाधान करता है। इसी कारण यह चर्चा में रहा। निर्मल बाबा पर आय से अधिक संपत्ति समेत कई मामले दर्ज हैं। निर्मल बाबा कहते हैं कि उनकी संस्था के बैंक खाते में पैसे जमा कराने से खुद दूर रहते हैं। वे लोगों से दसवंत के नाम पर रुपए इकट्ठे करते हैं। बाबा बनने से पहले निर्मल ने पहले कपड़े की दुकान खोली, फिर ईंट भट्टा लगाया, फिर खदानों की नीलामी की ठेकेदारी की। बाद में अधिक धन के लालच में निर्मल बाबा बन गए। इनके खिलाफ 2012 में 5 शहरों में मुकदमा दर्ज हुआ था। 
 
ओम बाबा उर्फ विवेकानंद झा
बिग बॉस सीजन 10 में भाग ले चुके बाबा ओम पर डकैती, चोरी, ठगी, चोट पहुंचाने और सेंधमारी के मामले दर्ज हैं। इनके पास से छापेमारी में महिलाओं की अश्लील तस्वीरें भी मिली थी। कई कार्यक्रमों में इस बाबा की पिटाई भी हो चुकी है। टीवी रियलिटी शो 'बिग बॉस' में अपनी बेहूदा हरकतों के चलते ओम बाबा सुर्खियों में आया। टाडा आर्म्स एक्ट केस के चलते ओमजी स्वामी पांच साल जेल में सजा काट चुका है। साल 1972 में इसने साधु का रूप धारण किया। दिल्ली के मोतीबाग में कांग्रेस की सेक्रेटरी रहीं रानी प्रेमलता के यहां ही वे साधु बने थे।
 
इसके अलावा इलाहाबाद के आचार्य कुश‍मुनि शास्‍त्री पर 4 आपराधिक केस है। इसमें एक दहेज उत्पीड़न का मामला भी है। इच्छाधारी बाबा को अगस्त में चीटिंग और सेक्स रैकेट के मामले में गिरफ्तार किया था जो चित्रकूट के चमरौहा गांव का रहने है। स्वामी असीमानंद ऊर्फ नब कुमार को समझौता एक्सप्रेस मामले में 2010 को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया बाद में सूबतों के अभाव में वे बरी हो गए। 
 
इसके अलावा बरेली का रहने वाला मलकान गिरी फर्जी संस्था बनाकर अपना धंधा चला रहा था। 2013 में लड़की को अगवा करने के आरोप में उस पर केस दर्ज हुआ था। ओम नम: शिवाय बाबा ऊर्फ लाल महेंद्र प्रताप सिंह इलाहाबाद में कई जगहों पर शिविर लगाकर लोगों की बीमारियां ठीक करता था। जब पुलिस ने उसकी तलाश में दबिश दी तो वो भाग निकला था। इलाहाबाद का स्वामी वृहस्पति गिरी भी फर्जी है। उस पर अतिक्रमण और जालसाजी के मामले चल रहे हैं। इसके अलावा 1988 में दिल्ली के नेहरु प्लेस स्थित एक फाइव स्टार होटल में गार्ड की नौकरी करने वाले भीमानंद अचानक से बाबा बन गया और उसने करोड़ों की संपत्ति बना ली थी। ये कथित बाबा भी सेक्स रैकेट चलाने और चीटिंग करने के आरोप में जेल जा चुके हैं।
 
इन फर्जी बाबाओं के कारण बेचारे अधिकृत हिन्दू बाबाओं की ओर कोई ध्यान ही नहीं देता है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के 13 अखाड़ों के जो बाबा या संत है वही तो हिन्दू बाबा है, लेकिन फर्जी बाबाओं के कारण ये संत और समूचा हिन्दू समाज बदनाम होता रहता था। आए दिन किसी ने किसी बाबा के सेक्स स्कैंडल या धन संबंधी मामले की पोल खुल जाती है। ऐसे में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इस साल तय किया कि अब इन बाबाओं पर रोक लगानी ही होगी।
 
परिषद की एक बैठक में पहले तो इन बाबाओं की एक लिस्ट जारी कर दी। फिलहाल तो 14 लोगों की ही लिस्ट जारी कि लेकिन आगे भी इनकी सूची बढ़ती रहेगी। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि परिषद की कोशिश यह है कि 2019 में होने वाले अगले अर्धकुंभ में फर्जी बाबाओं के प्रवेश पर पूर्णत: रोक लगाई जाएगी।
 
ये 14 फर्जी स्वयंभू बाबा हैं:- आसाराम उर्फ आशुमल शिरमानी, सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां, सचिदानंद गिरी उर्फ सचिन दत्ता, गुरमीत राम रहीम, ओम बाबा उर्फ विवेकानंद झा, निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह, इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी, स्वामी असीमानंद, ॐ नम: शिवाय बाबा, नारायण साईं, रामपाल, खुशी मुनि, वृहस्पति गिरि और मलकान गिरि आदि।

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