यह तो सभी जानते हैं कि मां धूमावती दस महाविद्याओं में 7वीं स्थान की साधना मानी गई है। दस महाविद्या की विशेष देवी मां धूमावती के अष्टक स्तोत्र का पाठ करने से समस्त शत्रुओं का जड़ से नाश हो जाता है तथा जीवन भयरहित हो जाता है।
अत: जीवन में उन्नति और शत्रु नाश के लिए धूमावती अष्टक स्तोत्रं अवश्य पढ़ना चाहिए। आइए जानें...