जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन की जाती है यह खास आरती, यहां पढ़ें...

Jjiutia vrat 2022 वर्ष 2022 में जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत 18 सितंबर 2022 को रखा जाएगा। इस दिन जीमूतवाहन का पूजन, आरती, मंत्र जाप तथा व्रत कथा पढ़ने का विधान है। आइए जानते हैं इस दिन की आरती... Jitiya Aarti 
 
सूर्यदेव की आरती-Jitiya Vrat Aarti 
 
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन ।।
त्रिभुवन-तिमिर-निकन्दन, भक्त-हृदय-चन्दन॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
सप्त-अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी।
दु:खहारी, सुखकारी, मानस-मल-हारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
सुर-मुनि-भूसुर-वन्दित, विमल विभवशाली।
अघ-दल-दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
सकल-सुकर्म-प्रसविता, सविता शुभकारी।
विश्व-विलोचन मोचन, भव-बन्धन भारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
कमल-समूह विकासक, नाशक त्रय तापा।
सेवत साहज हरत अति मनसिज-संतापा॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
नेत्र-व्याधि हर सुरवर, भू-पीड़ा-हारी।
वृष्टि विमोचन संतत, परहित व्रतधारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
सूर्यदेव करुणाकर, अब करुणा कीजै।
हर अज्ञान-मोह सब, तत्वज्ञान दीजै॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।। 

ALSO READ: जीवित्पुत्रिका व्रत के अच्छे मुहूर्त में करें कौन सी पूजा, बोलें कौन सा मंत्र

ALSO READ: जिउतिया व्रत कब से कब तक है, जानिए 3 दिन के शुभ मुहूर्त और पारण का समय

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी