कृषि

पोषक तत्वों वाली खाद देना अब सरकार की मजबूरी बन बैठी है, क्योंकि हमारी माटी में पोषक तत्वों की मात्र...
अमेरिका में सोयाबीन की उत्पादकता 43.4 के स्थान पर 44 बुशल प्रति एकड़ दी गई है, जो कि एक रिकॉर्ड है। स...
अधिक वर्षा से सोयाबीन की फसल की सुरक्षा करना जरूरी है। सोपा इस संबंध में किसान वर्ग को सचेत करता रहत...

फलों का भी बीमा हो

सोमवार, 29 जून 2009
जिस प्रकार खरीफ व रबी सीजन की कुछ फसलों का बीमा किया जाता है, उसी तरह फलों का भी बीमा किया जाए ताकि ...
शीतकाल में रबी की फसलें उगाई जाती हैं। इन दिनों खेतों में मुख्य रूप से गेहूँ, चना, अलसी, सरसों, मसूर...
भुवनेश्वर। उड़ीसा के लांजीगढ़ क्षेत्र के किसानों ने तकनीकी सहायता और कृषि जानकारी के सहारे राज्य में...
मनुष्य व पशुओं के समान फसलों में भी अनेक रोग लगते हैं। ये उपज को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करते हैं। ...
तिलहन फसलों में सूरजमुखी एकमात्र ऐसी फसल है, जिसे साल में तीन बार उगाया जा सकता है। इसकी संकुल व उन्...
इस साल खरीफ मौसम की शुरुआत दुविधा की स्थिति में हुई। खंड वर्षा से सोयाबीन की बोवनी अलग-अलग जगह अलग-अ...
इस साल मानसून के मनमौजीपन ने फिर से किसानों के सामने विकट स्थिति उत्पन्न कर दी है अभी तक सामान्य से ...
पिछले कुछ वर्षों से लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आई है। इसके कारण फलों की माँग बढ़ी है। कुछ ...
मोटे अनाज के रूप में कभी गरीबों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली मक्का आज उद्योग जगत में भी अपना स्थान ब...
मध्यप्रदेश के किसानों को सोयाबीन उगाने का लगभग 40-50 साल का अनुभव तो हो ही गया है। फिर भी इसकी उपज क...