अकबर-बीरबल के मजेदार किस्से : तोता ना खाता है ना पीता है...
Akbar Birbal Story
एक बहेलिए को तोते में बडी़ ही दिलचस्पी थी। वह उन्हें पकड़ता, सिखाता और तोते के शौकीन लोगों को ऊंचे दामों में बेच देता था।
एक बार एक बहुत ही सुंदर तोता उसके हाथ लगा। उसने उस तोते को अच्छी-अच्छी बातें सिखाईं, उसे तरह-तरह से बोलना सिखाया और उसे लेकर बादशाह अकबर के दरबार में पहुंच गया।
बहेलिया ने तोते को दरबार में लाकर क्या पूछा...
FILE
दरबार में बहेलिए ने तोते से पूछा- बताओ, यह किसका दरबार है? तोता बोला- 'यह जहांपनाह बादशाह अकबर का दरबार है।' सुनकर बादशाह अकबर बडे़ ही खुश हुए।
बादशाह अकबर ने बहेलिए से क्या कहा...
FILE
वह बहेलिए से बोले, 'हमें यह तोता चाहिए, बोलो इसकी क्या कीमत मांगते हो।'
बहेलिया बोला- जहांपनाह, सबकुछ आपका है आप जो दें वही मुझे मंजूर है।
बादशाह अकबर ने तोते का क्या किया....
FILE
बादशाह अकबर को जवाब पसंद आया और उन्होंने बहेलिए को अच्छी कीमत देकर उससे तोते को खरीद लिया।
महाराजा बादशाह अकबर ने तोते के रहने के लिए बहुत खास इंतजाम किए। उन्होंने उस तोते को बहुत ही खास सुरक्षा के बीच रखा और रखवालों को हिदायत दी कि इस तोते को कुछ नहीं होना चाहिए।
यदि किसी ने भी मुझे इसकी मौत की खबर दी तो उसे फांसी पर लटका दिया जाएगा।
महाराज ने क्या घोषणा की...
FILE
अब उस तोते का बडा़ ही ख्याल रखा जाने लगा। मगर विडंबना देखिए कि वह तोता कुछ ही दिनों बाद मर गया। अब उसकी सूचना महाराज को कौन दें?
रखवाले बडे़ परेशान थे। तभी उनमें से एक बोला कि बीरबल हमारी मदद कर सकता है और यह कहकर उसने बीरबल को सारा वृतांत सुनाया तथा उससे मदद मांगी।
बीरबल ने एक क्षण कुछ सोचा और फिर रखवाले से बोला- ठीक है! तुम घर जाओ, महाराज को सूचना मैं दूंगा।
रखवाले की बात सुनकर बीरबल ने क्या किया...
FILE
बीरबल अगले दिन दरबार में पहुंचे और बादशाह अकबर से कहा, 'हुजूर आपका तोता…' बादशाह अकबर ने पूछा- 'हां-हां क्या हुआ मेरे तोते को?' बीरबल ने फिर डरते-डरते कहा- 'आपका तोता जहांपनाह…' हां-हां बोलो बीरबल क्या हुआ तोते को? 'महाराज आपका तोता…।' बीरबल बोला। 'अरे खुदा के लिए कुछ तो कहो बीरबल मेरे तोते को क्या हुआ', बादशाह अकबर ने खीजते हुए कहा।
बादशाह को कैसे समझाया बीरबल ने....
FILE
'जहांपनाह, आपका तोता ना तो कुछ खाता है ना कुछ पीता है, ना कुछ बोलता है ना अपने पंख फडफडाता है, ना आंखें खोलता है और ना ही…' राजा ने गुस्से में कहा- 'अरे सीधा-सीधा क्यों नहीं बोलते की वो मर गया है।'
बीरबल तपाक से बोला- 'हुजूर, मैंने मौत की खबर नहीं दी बल्कि ऐसा आपने कहा है, मेरी जान बख्शी जाए।'