अक्षय तृतीया का पर्व हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। वर्ष में साढ़े तीन अक्षय मुहूर्त है जिसमें से एक है अक्षय तृतीया। इस दिन संपूर्ण दिवस में मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं होता है क्योंकि यह स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है। अर्थात पूरे दिन ही शुभ मुहूर्त रहता है। ऐसे में किसी भी समय खरीदारी कर सकते हैं। फिर भी जानिए 22 अप्रैल 2023 के महाराजयोग और शुभ मुहूर्त।
रवि योग : रात्रि 11:24 से अगले दिन 06:16 तक।
राजयोग : इस दिन मेष राशि में गुरु, बुध, सूर्य, राहू और यूरेनस मिलकर पंचगृही योग भी बना रहे हैं। इस महासंयोग से कई तरह के योग बन रहे हैं। इस दिन बुध और सूर्य एक ही राशि में रहकर बुद्धादित्य योग बनाएंगे। गुरु मेष में रहकर गजलक्ष्मी योग बनाएगा। शनि कुंभ में रहकर शश नामक राजयोग बना रहा है। वृषभ में शुक्र और चंद्र की युति से कलात्मक योग का निर्माण होगा।