यह अमेरिकी आत्मा की जीत-बराक ओबामा

बुधवार, 5 नवंबर 2008 (21:35 IST)
अमेरिका के 234 वर्ष के इतिहास में राष्ट्रपति पद पर पहले अश्वेत नेता के रूप में जीत दर्ज कर देश के इतिहास में नई इबारत लिखने वाले डेमोक्रेट नेता बराक ओबामा ने इस जीत को अमेरिकी जनता की जीत करार देते हुए कहा कि एक लंबे दौर के बाद ही सही अमेरिका में बुधवार को बदलाव की नई कहानी लिखी जा चुकी है।

यह सब अमेरिकी जनता की बदौलत हुआ है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने ऐतिहासिक जीत के बाद अपने गृह राज्य शिकागो के ग्रांट पार्क में चरम उल्लास में डूबे अमेरिकियों को संबोधित करते हुये कहा कि इस जीत ने लिंकन, जॉन एफ केनेडी और मार्टिन लूथर किंग के उस सपने को साकार किया है, जिसमें देश में श्वेत और अश्वेतों के बीच की खाई पाटते हुए रंगभेद और ऊँच-नीच से पृथक एक समता मूलक समाज की परिकल्पना की गई थी।

उन्होंने कहा इस चुनाव ने यह साबित किया है कि अमेरिका चंद जातियों और नस्लों का नहीं, बल्कि अमेरिकी, अफ्रीकी, एशियाई, स्पेनिश और यूरोपीय जातियों सबका मिला जुला समूह है, जिसे दुनिया संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के रूप में जानती है।

डेमोक्रेट नेता ने कहा आगे की राह आसान नहीं है, हमारी चढ़ाई कठिन और ऊँची है। हो सकता है हमारे शासन का एक कार्यकाल वहाँ तक पहुँच पाने के लिए पर्याप्त न हो, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि अमेरिकी जनता की कोशिशें इस मुल्क को एक दिन अपनी मंजिल तक जरूर ले जाएँगी।

मुझे इस बात का आज पूरा भरोसा है कि हम जनता के सहयोग से सारी बाधाएँ पार कर लेंगे। ओबामा ने अमेरिका में अश्वेत नेता के चुने जाने को लेकर लगाए गए कयासों पर कहा मेरी जीत उन लोगों के संदेहों का जवाब है, जिनके मन में अमेरिकी जनता की समझ और सोच को लेकर हमेशा संदेह रहा है।

ओबामा ने इस मौके पर अटलांटा की 106 वर्षीया वृद्धा का खास तौर पर जिक्र किया, जिसे अश्वेत होने के कारण कभी मतदान का मौका नहीं मिला।

ओबामा ने कहा इस महिला ने देश में दास प्रथा के काले युग से लेकर दुनिया में समृद्धि का प्रतीक बने अमेरिका में अपने जीवन का एक लंबा दौर काटा है। उसने वह दौर देखा है, जब चलने के लिए सड़कें नहीं थीं, आसमान में विमान नहीं उड़ते थे, लेकिन उसने बदलाव की आस में उम्मीद नहीं छोड़ी। देश का पहला अश्वेत राष्ट्रपति इस उम्मीद पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेगा।

उन्होंने इस मौके पर अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार जान मैक्केन की भी सराहना करते हुए कहा मैक्केन ने पूरा जीवन देश की सेवा में समर्पित किया है। वह सही मायने में देश भक्त है।

उन्होंने देश सेवा के लिए जो बलिदान दिया है, उसकी तो हम जैसे लोग कल्पना भी नहीं कर सकते। संबोधन के आखिर में उन्होंने अमेरिकी जनता को एक बार फिर धन्यवाद देते हुए कहा आपने दुनिया के सामने एक बार फिर साबित किया है कि सिर्फ ताकत और समृद्धि में ही नहीं, बल्कि सोच और दूर दृष्टि के मामले में भी अमेरिकी दुनिया में सबसे आगे हैं।

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