वर्ष 2009 की सबसे चमकदार खबर होगी कि बराक ओबामा और जॉन मैक्केन में से अमेरिका के सर्वोच्च पद पर कौन आसीन होगा। दोनों ही पक्ष प्रबल दावेदार हैं ना सिर्फ व्यक्तित्व से बल्कि दोनों के सितारे भी टक्कर के हैं। दोनों की कुंडली तुला लग्न की है।
1961 में जन्मे ओबामा की कुंडली में ऐसे जगमगाते राजयोग मौजूद हैं जो कि इस पद को हासिल करने में पर्याप्त सहयोगी और असरकारक हैं। न सिर्फ बुधादित्य बल्कि गजकेसरी, विपरीत राजयोग, नीच भंग जैसे प्रभावी योग ओबामा की कुंडली को मजबूती दे रहे हैं। बृहस्पति का गोचर बदलाव उनके सुख स्थान को प्रभावित करेगा। जाहिर सा परिणाम यही होगा कि सितारे उनके पक्ष में होंगे। विशेषकर 8 दिसंबर की रात्रि से उनके सितारे और अधिक चमकदार होंगे।
बुधादित्य योग वास्तव में सूर्य और बुध के संयोग से बनता है ।इस योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति चतुर ,सुविख्यात एवं मुश्किल से मुश्किल समस्याओं का हल निकालने में दक्ष होता है।
गजकेसरी योग - गजकेसरी योग नाम से ही स्पष्ट है कि ऐसा योग जो केसरी यानी शेर की तरह दुश्मनों को पछाड़ देता है। ऐसे योग में उत्पन्न व्यक्ति न सिर्फ अत्यंत तेजस्वी होता है बल्कि तीक्ष्ण बुद्धि, यश कीर्ति से संपन्न और अपने सत्कर्मों से समाज में लोकप्रिय होता है।
विपरीत राजयोग - किसी भी कुंडली में छठा, आठवाँ और बारहवाँ स्थान दु:स्थान के नाम से जाना जाता है। इन भावों में जो ग्रह बैठ जाते हैं वह उन भावों/स्थानों के फल का नाश करते हैं जिनके वह स्वामी होते हैं।
लेकिन ओबामा की कुंडली के अनुसार जब एक दु:स्थान का स्वामी दूसरे दु:स्थान में बैठ जाए तो उस दु:स्थान के अशुभ फल का नाश कर शुभ फलदायक एवं राजयोग देने वाला हो जाता है।
जॉन मैक्केन किसी भी रूप में कमजोर नहीं हैं। ओबामा को कड़ी टक्कर देने में वे इसलिए भी सक्षम हैं क्योंकि राहु उनका धनु राशि में बैठा है जो जाहिर तौर पर अतुलनीय पराक्रम में वृद्धि करता है।धनु राशि का राहु कई मामलों में दु:स्साहसी बना देता है। लेकिन मैक्केन की चिंता का विषय है कि उन्हें बुध की महादशा में बुध की ही अंतरदशा चल रही है जो उनके लिए परेशानी और व्यग्रता का सबब हो सकती है। हालाँकि गोचर के गुरु मैक्केन को भी लाभ पहुँचाएँगे लेकिन ओबामा की तुलना में कम।
चूँकि दोनों के लग्न समान हैं अत: सितारों की चाल का प्रभाव भी समान होगा लेकिन ओबामा की कुंडली के प्रबल सितारे जहाँ उन्हें पद पर पहुँचाकर ही चैन लेंगे वहीं मैक्केन की बुध की महादशा-अंतरदशा उनकी मेहनत का पूरा फल नहीं लेने देगी।