मौलिक अनुसंधान

परमाणु ऊर्जा विभाग देश में कई अन्य अनुसंधान भी करता है। गणित से कम्प्यूटर, भौतिकी से खगोल शास्त्र तथा जीव विज्ञान से कैंसर तक के क्षेत्रों में कार्य किया जा रहा है

गणित और कम्प्यूटेशन
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गणित तथा कम्प्यूटेशन विज्ञान के क्षेत्र में टीआईएफआर में बीज गणित, बीज गणितीय ज्यामिती, लाई समूह,़ इगोडिक सिद्धांत, संख्या सिद्धांत, कॉम्बिनेटरीज और टोपोलॉजी पर शैक्षिक कार्यक्रम मुंबई में चलाया जाता है, जबकि गणित के उपयोग पर कार्य बेंगलुरू में होता है। हरीश चंद्र अनुसंधान संस्थान इलाहाबाद गणित और सैद्धांतिक भौतिकी सहित खगोल-भौतिकी, उच्च-ऊर्जा भौतिकी, संकुचित पदार्थ भौतिकी और गणितीय भौतिकी के अग्रिम क्षेत्रों में शोध करता है।

सैद्धांतिक भौतिकी, गणित और कम्प्यूटर विज्ञान के क्षेत्रों में चेन्नई का इंस्टीट्‌यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंस शोध कर रहा है। 1000 से भी ज्यादा प्रोसेसरों वाले टेराफ्लॉप सुपर-कम्प्यूटरों को विकसित करने के प्रयासों के फलस्वरूप बार्क ने 1991 के बाद से अनुपम शृंखला के 15 से अधिक सुपर कम्प्यूटर बनाए हैं। देश के प्रमुख अनुसंधान और विकास केंद्रों एवं शिक्षा संस्थानों में 37 से अधिक सुपर कम्प्यूटर चलाए जा चुके हैं। बार्क द्वारा विकसित अनुपम-अमेय सुपर कम्प्यूटर 512 सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का एक समूह है। यह अनुपम शृंखला में सबसे बड़ा और सबसे तेज है। इस मशीन में 256 ड्‌युअल प्रोसेसर जेऑन आधारित आईयू सर्वर हैं, जो गीगाबिट एथरनेट नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।

भौतिकी
टीआईएफआर के स्कूल ऑफ फिजिक्स में भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान किया जाता है। यहाँ उच्च-क्षेत्र, एनएमआर के लिए राष्ट्रीय सुविधा में शोधकर्ताओं को आधुनिकतम सेवाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं। भौतिकी अनुसंधान केन्द्र, भुवनेश्वर में संघनित पदार्थ और उच्च ऊर्जा, नाभिकीय, आणविक तथा एक्सीलरेटर आधारित भौतिक तथा अन्य विषयों में शोध किया जाता है। संस्थान की एक प्रमुख परीक्षा सुविधा आयन बीम एक्सीलरेटर है। संस्थान की सुविधाओं का लाभ कई शोध संगठन एवं विश्वविद्यालयों द्वारा उठाया जाता है, वहीं हरीश चंद्र शोध संस्थान में टेक्योन प्राप्त ओपन स्ट्रिंग थ्योरी के ग्राउंड स्टेट को समझने के कार्य सहित भौतिकी में शोध होता है। पॉजीटिव कॉस्मोलॉजिकल कांस्टेंट की मदद से सुपरग्रेविटी समाधान अध्ययन के प्रमुख क्षेत्र हैं।

खगोल शास्त्र
रेडियो खगोल शास्त्र के क्षेत्र में ऊटकमंड, तमिलनाडु के समीप नीलगिरी की पहाड़ियों में रेडियो टेलिस्कोप एरै दशकों से काम कर रहा है। पुणे, महाराष्ट्र के समीप नारायणगाँव में 30 अति-विशाल पेराबोलिक डिशों वाला जाएंट मीटर-वेव रेडियो टेलिस्कोप काम कर रहा है। अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रयोक्ता इस टेलिस्कोप से खगोल शास्त्र में शोध करते हैं। बार्क द्वारा राजस्थान के माउंटआबू में अंतरराष्ट्रीय श्रेणी का एक अन्य खगोल शास्त्रीय अनुसंधान सुविधा केंद्र ग्रेस स्थापित किया गया है। इसमें टैक्टिक (टेरा-इलेक्ट्रॉन-वोल्ट एटमास्फीरियक सेरन्कोव टेलिस्कोप) है। यह भारत का पहला गामा-रे टेलीस्कोप है, जिसका इस्तेमाल 1 टीईवी ऊर्जा से अधिक के कॉस्मिक गामा किरण स्रोतों के उच्च संवेदनशील अध्ययनों में किया जाता है।

भूकम्पीय अध्ययन
बार्क द्वारा कर्नाटक में गौरीबिदनूर, दिल्ली तथा ट्रॉम्बे स्थित केंद्रों में भूकम्पीय गतिविधियों की निगरानी की जाती है। नियमित भूकम्पीय विश्लेषणों के अलावा सतह तरंग अध्ययनों के क्षेत्र में अनुसंधान, विश्लेषण कार्यक्रमों (सॉफ्टवेयर) का विकास तथा अन्य प्रमुख क्षेत्रों में भी अनुसंधान किया जाता है।

रसायन विज्ञान
बार्क परमाणु ऊर्जा संयंत्रों, शोध रिएक्टरों तथा गुरुजल संयंत्रों को आधुनिकतम विश्लेषणात्मक एवं रसायन विज्ञान में संबद्ध सेवाएं प्रदान करता है और रसायन विज्ञान के अग्रणी क्षेत्रों में अनुसंधान करता है।

अतिचालकता (सुपर कंडक्टिविटी)
सुपर कंडक्टिविटी का क्षेत्र भविष्य के लिए अपार संभावनाओं से भरा है। बार्क ने द्रव हीलियम के तापमान पर सुपर कंडक्टिविटी केबलों के नमूनों का प्रकार निर्धारित करने के लिए एक परीक्षण सुविधा का निर्माण किया है। इसके अलावा एसक्यूयूआईडी (स्क्विड) तकनीक के क्षेत्र में भी काम चल रहा है।

जीव-विज्ञान
ट्रॉम्बे में जीव-विज्ञान में शोध का लक्ष्य अधिक उपज वाली खाद्य फसलों को तैयार करना, फसल की कटाई के बाद टिकाऊ बनाकर नुकसान को समाप्त या कम करना, कम खुराक की कैंसर रेडियोथेरेपि के नए तरीके विकसित करना तथा मूल जीव विज्ञान में आणविक तथा समस्थानिक तकनीकों का प्रयोग कर रोगों का निदान करना है।

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