तय हो रहा है टेलीविजन का भविष्य

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बड़े-बड़े स्क्रीन से निकल कर कम्प्यूटर और आईपैड में घुसता टेलीविजन नए रास्ते तलाश रहा है। हर रोज नए चैनल आ रहे हैं और दुनिया 3डी टीवी की बात कर रही है। टेलीविजन ने बुद्घू बक्सा से लेकर स्मार्टफोन तक का सफर तय कर लिया है।

फ्रांस में टेलीविजन के भविष्य को लेकर चार दिनों की बेहद अहम बैठक हो रही है। 100 देशों के करीब 12,000 लोग टेलीविजन मेले में जमा हो रहे हैं। इसे आयोजित करने वाले रीड एमआईडीईएम के टीवी विभाग की प्रमुख लॉरीन गर्वादे का कहना है कि हम इस इंडस्ट्री में विशाल बदलाव का वक्त देख रहे हैं। एक तरफ बड़े स्क्रीन से निकल कर टीवी कम्प्यूटर और अब टैबलेट तथा स्मार्टफोन तक पहुंच गया है, तो दूसरी तरफ हर रोज टेलीविजन चैनलों की संख्या बढ़ती जा रही है।

कम समय, लंबा सफर
फ्रांस शो में बड़ी संख्या में चीन के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं, जो टेलीविजन बाजार का भविष्य तय कर सकते हैं। टीवी की रेस उस वक्त बदल गई, जब पिछले साल दुनिया के सबसे बड़े वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्‌यूब ने 100 ऑनलाइन चैनल खोलने का ऐलान कर दिया। इसके बाद टीवी का बाजार कुछ और खुल जाएगा। गूगल की मिल्कियत वाली यूट्‌यूब इन चैनलों के लिए दुनिया भर की बड़ी टेलीविजन कंपनियों से बातचीत कर रही है। इसमें लायनगेट और फ्रीमेंटलमीडिया भी शामिल है। फ्रीमेंटलमीडिया के रॉब क्लार्क का कहना है कि 2011 हमारे लिए एक शानदार साल था और हमें लगता है कि 2012 भी बेहतरीन साल बनने वाला है।

एक बदलता हुआ सफर
सिर्फ टेलीविजन चैनलों की नहीं, टीवी खरीदने वालों की दुनिया भी बदल रही है। 1980 के दशक का ब्लैक एंड व्हाइट 14 इंच का टीवी अब 50 इंच तक पहुंच चुका है और रंगीन तो छोड़िए, एचडी, प्लाज्मा से होता हुआ 3डी की बातें कर रहा है। यूरोप में कम से कम 20 ऐसे चैनल हैं, जो 3डी चैनल को प्रायोगिक स्तर पर पुहंचा चुके हैं। चीन के सरकारी चैनल ने भी हाल ही में 3डी चैनल की शुरुआत कर दी है।

टेलीविजन चैनलों के लिए इस साल का लंदन ओलिंपिक बड़ा इम्तिहान होगा। इस दौरान खेलों का प्रसारण 3डी तकनीक में भी किया जाएगा। बीबीसी इसकी ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी के अलावा हर शाम हाइलाइट 3डी में दिखाएगा। इतना ही नहीं, ओलिंपिक की सबसे बड़ी प्रतियोगिता यानी 100 मीटर रेस को भी 3डी में प्रसारित किया जाएगा। इससे टेलीविजन की दुनिया पूरी तरह बदल सकती है।

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