सन्नी लिओन v/s बॉलीवुड फिल्म

जिसे हम बुरा कहते हैं, उसी को हम देखते हैं और उसे देखने के बाद हम उसी का विरोध भी करने लग जाते हैं। हमारी इसी विरोधाभासी मानसिकता पर फिल्म दि डर्टी पिक्चर में बेहतरीन कटाक्ष किया गया है। इस फिल्म के हिट होने की एक प्रमुख वजह विद्या बालन की भरीपूरी काया भी थी। जब जिक्र फिल्मों में अंग प्रदर्शन का हो रहा है तो भला इस कार्य में अव्वल भट्ट कैंपेन की फिल्मों की चर्चा किए बगैर तो हमारी बहस अधूरी-सी होगी।

पाप, राज, मर्डर और जिस्म जैसी फिल्में बनाने वाला भट्ट कैंपेन अब अपनी आगामी फिल्म जिस्म 2 में मशहूर पोर्न स्टार सन्नी लिओन को लेकर सुर्खियों में है, जिसकी सुडौल काया की माया के जादू से वशीभूत होकर महेश भट्ट बिग बॉस के घर तक जा पहुँचे थे।

पोर्न स्टार सन्नी लिओन को फिल्म जिस्म 2 में लिया जाना भले ही महेश भट्ट के लिए
इस पूरी चर्चा के निष्कर्ष के तौर पर हम यही कह सकते हैं कि बॉलीवुड में जो दिखता है, वही बिकता है। सालों से चले आ रहे इसी ट्रेंड को फॉलो करते हुए महेश भट्ट ने सन्नी लिओन को फिल्म जिस्म 2 के लिए साइन किया
एक आम फैसला हो, लेकिन उनका यह फैसला आम दर्शकों के मन में कौतूहल व अंचभे के साथ कई सवाल भी पैदा कर रहा है। पहला सवाल तो यह कि किसी पोर्न स्टार की फिल्म में मुख्य अभिनेत्री के तौर पर इंट्री बॉलीवुड फिल्मों के लिए शुभ संकेत होगी और दूसरा सवाल यह कि अंग प्रदर्शन से अपनी पहचान बनाने वाली क्या कोई पोर्न स्टार अभिनय में उतनी पारंगत हो सकती है? सन्नी लिओन से जुड़े कुछ ऐसे ही सवालों की गुत्थमगुत्थी को सुलझाने के लिए हम जा पहुँचे आईआईपीएस के युवाओं के बीच। हमारी चर्चा की शुरुआत हुई दीपक तिवारी और गौरव जैन से, जो आम लड़कों की तरह ही जिस्म 2 की इस नई अभिनेत्री से काफी कुछ सहमत नजर आए।


उनकी मानें तो पोर्न स्टार कोई हव्वा नहीं है, जिसके लिए हम इतना बवाल मचा रहे हैं। सेंसर बोर्ड की सख्ती के बावजूद जब हमारे यहाँ फिल्मों में खुले तौर पर अंग प्रदर्शन किया जा रहा है तो ऐसी फिल्मों के लिए अंग प्रदर्शन करने वाली किसी पोर्न स्टार को लिया जाना कोई अंचभे की बात नहीं होना चाहिए। जिस्म 2 में यदि सन्नी लिओन नहीं होती तो उसके स्थान पर कोई और अभिनेत्री होती, जो उसी की तरह ही अंग प्रदर्शन करती। तब क्या हम उसका भी इतना ही विरोध करते, जितना कि सन्नी लिओन का कर रहे हैं।

सन्नी लिओन के बारे में कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया हमें प्रियंका सेन और वर्षित राठौर से भी जानने को मिली। इन दोनों ने भी सन्नी के अंग प्रदर्शन को भट्ट कैंपेन की आगामी फिल्म की यूएसपी कहा।

लेकिन, जब सन्नी के अभिनय की बात चली तो घुम-फिरकर उनकी बात इस पोर्न स्टार की खूबसूरती पर ही आकर सिमट गई और हमें दोबारा यही सुनने को मिला कि सन्नी की फेस वेल्यू ही इस फिल्म के हिट होने के लिए पर्याप्त है। हमारी इस चर्चा में विरोध का तीखा तड़का लगाया ऐश्वर्या नायर ने, जिनके अनुसार सन्नी लिओन को बॉलीवुड फिल्म का ऑफर मिलना यहाँ के फिल्म निर्माताओं की महिलाओं के प्रति गंदी मानसिकता का परिचायक है।

इस मुद्दे पर बेबाकी से अपनी राय रखने वाली ऐश्वर्या ने कहा कि सन्नी लिओन कोई हूर या परी नहीं है, जिसकी खूबसूरती को इतना बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है। इस पोर्न स्टार की इतनी पूछपरख तो उसके अपने देश में ही नहीं होगी, जितनी हम अपने देश में कर रहे हैं।

यदि सन्नी की जगह इस फिल्म के लीड रोल में कोई आम खूबसूरत लड़की होती तो शायद उसको उतनी वाहवाही नहीं मिलती, जितनी कि सन्नी लिओन को पोर्न स्टार होने की वजह से मिल रही है। मुझे तो यह सोचकर हँसी आती है कि अपने स्टेटमेंट में जिस्म 2 के लिए स्ट्रांग कैरेक्टर की लड़की की तलाश करने वाले महेश भट्ट को आखिर सन्नी लिओन में कहाँ से स्ट्रांग कैरेक्टर नजर आ गया? किसी पोर्न स्टार की बॉलीवुड फिल्मों में इंट्री कहीं न कहीं बॉलीवुड फिल्मों में अंग प्रदर्शन को हरी झंडी मिलने का संकेत है, जिस पर अब हमें गंभीरता से विचार करना होगा।

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