वरिष्ठ फिल्मकार महेश भट्ट ने कहा है कि चरमपंथियों से बातचीत प्रसारित कर समाचार चैनल इंडिया टीवी ने लक्ष्मण रेखा पार नहीं की है। इंडिया टीवी ने उस समय 'चरमपंथियों' से बातचीत की, जब मुंबई में उन चरमपंथियों के खिलाफ सेना की कार्रवाई चल रही थी।
BBC
भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इंडिया टीवी को इस मामले पर नोटिस जारी किया है और चैनल प्रबंधन को एक दिसंबर तक जवाब देने को कहा है, लेकिन जाने-माने निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट इंडिया टीवी के बचाव में खड़े हुए हैं। उनका कहना है कि चैनल ने चरमपंथियों से बातचीत प्रसारित करके कोई गलत काम नहीं किया है।
सराहना : समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में महेश भट्ट ने कहा इंडिया टीवी ने कोई लक्ष्मण रेखा पार नहीं की है। इसके कारण हमारा देश ऐसी स्थिति से नहीं गुज़र रहा है। अगर चरमपंथियों ने किसी चीज़ के बारे में कहा है तो इसे अलग परिप्रेक्ष्य में रखने में कोई बुराई नहीं है। भट्ट ने कहा कि यह उस टीवी चैनल का एक्सक्लूसिव प्रसारण था, जिसकी सराहना करना चाहिए न कि आलोचना।
उन्होंने कहा चरमपंथियों को प्लेटफॉर्म देने में कोई बुराई नहीं है और न ही ये कोई गुनाह है। इंडिया टीवी ने जिम्मेदार पत्रकारिता की है।
चरमपंथियों से बातचीत का प्रसारण करने के कारण इंडिया टीवी की आलोचना हो रही है और कई अन्य चैनल तो अपने कार्यक्रमों के बीच में ऐसे संदेश दिखा रहे हैं, जिसमें लिखा गया है कि वे चरमपंथियों को प्लेटफॉर्म नहीं देंगे।
भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भी चरमपंथियों को प्लेटफॉर्म देने का हवाला देते हुए इंडिया टीवी को नोटिस जारी किया है।