भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष नितिन गडकरी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में कल रात यहाँ तान छेड़कर समा बाँध दिया।
भाजपा के दिग्गज कल दिन भर पार्टी की दशा-दिशा तय करने के लिए तंबुओं की नगरी में माथापच्ची करते रहे। मगर रात को सांस्कृतिक कार्यक्रम में उन्होंने स्वर लहरियाँ छेड़ीं और माहौल को हल्का कर दिया।
लगातार दो लोकसभा चुनावों में हार का सामने करने वाली भाजपा के लिए जीत का फॉर्मूला खोज रहे गडकरी ने माइक्रोफोन उठाया और फिल्म ‘आनंद’ का मशहूर गीत ‘जिंदगी कैसी है पहेली हाय’ दार्शनिक ढंग से सुनाया।
फिर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कहाँ पीछे रहने वाले थे। शिवराज ने ठेठ अंदाज में ‘नदिया चले, चले रे धारा’ सुनाया और ग्रामीण परिवेश में सजी भाजपा की सुरीली महफिल को नई रंगत दी।
प्रदेश के वाणिज्य और उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी दो फिल्मी गीत गाकर दाद बटोरी, जो राजनीतिक मंचों से भजन सुनाने के लिए मशहूर हैं।
भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत पार्टी परिवार के सैकड़ों सदस्य देर तक इस महफिल का लुत्फ लेते रहे। (भाषा)