अफवाह का प्रति कॉलम सेंटीमीटर रेट

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पिछले दिनों खबर आई थी कि फिल्म "काइट्स" की हीरोइन बारबरा मूरी और रितिक रोशन में गाढ़ी छन रही है जिसे लेकर रितिक की बीवी नाराज़ है और न सिर्फ नाराज़ है, बल्कि नाराज़ होकर मायके भी चली गई है। बाद में रितिक ने, उनकी बीवी ने इस अफवाह का खंडन किया था।

रितिक रोशन जब सेट पर होते हैं, तब भी राकेश रोशन उनके साथ होते हैं और जब रितिक नहीं होते तब भी राकेश रोशन सेट पर होते हैं। यह नामुमकिन है कि पिता के सामने रितिक इश्कबाज़ी करें। जो लोग कभी सेट पर गए हैं, वे जानते हैं कि रितिक अपने पिता के सामने कितने दबे-दबे-से रहते हैं। कई बार उन्हें डाँट पड़ती है और पिता ही नहीं, उनके चाचा भी उन्हें डाँटने में पीछे नहीं हैं। किसी भी सीन को लेकर रितिक यदि असहमत होते हैं तो बहुत झिझकते हुए अपनी बात रखते हैं।

रितिक और बारबरा मूरी को लेकर अफवाहें जानबूझकर फैलाई गई थीं और यह भी फिल्म की प्रचार योजना का एक हिस्सा था। यह बीमारी हमारे यहाँ विदेशों से आई है। वहाँ भी जब कोई फिल्म बन रही होती है, तभी से प्रचार विभाग के कल्पनाकार अफवाहें उड़ाने लगते हैं। इन अफवाहों का पैटर्न यही होता है कि फलाँ हीरो, फलाँ हीरोइन के साथ अमुक जगह पर देखा गया और ज़रूर इनके बीच कुछ पक रहा है।

इन अफवाहों का आधार होता है कि अमुक फिल्म में दोनों काम कर रहे हैं और वहीं सेट पर दोनों की दोस्ती हुई। आप गौर करेंगे तो पाएँगे कि फिल्म पत्रिकाओं के मुताबिक जब भी कोई हीरो, किसी हीरोइन के साथ कोई फिल्म कर रहा था, उस दौरान दोनों के बीच इश्क भी पनप रहा था। हरमन बावेजा और प्रियंका चोपड़ा को लेकर भी यही कहा गया था। शाहिद कपूर और प्रियंका को लेकर भी यही कहा गया।

आम जनता की जिंदगी में कोई रस नहीं है। इसीलिए वह इस तरह की अफवाहों में रुचि लेती है। सो, प्रचार के लिए इससे सस्ता कुछ हो ही नहीं सकता। अगर किसी पत्रिका या अखबार में फिल्म का विज्ञापन देना हो तो सेंटीमीटर के हिसाब से जगह खरीदनी पड़ती है, मगर इस तरह मुफ्त में ही करोड़ों का प्रचार हो जाता है। इन अफवाहों को फैलाने के लिए एजेंसियाँ हैं और ये एजेंसियाँ उन पत्रकारों को उपकृत करती हैं, जो ऐसी अफवाहें छापते हैं या उन्हें छपवाने की व्यवस्था करते हैं।

असल बात तो यह है कि "काइट्स" के सेट पर प्यार नहीं, झगड़ा चलता रहता है। वह भी निर्माता व निर्देशक के बीच। हमेशा सेट पर रहने वाले फिल्म के निर्माता राकेश रोशन फिल्म के निर्देशक अनुराग बसु को सुझाव और सलाहें देते रहते हैं। पिछले दिनों फिल्म से दो गीत भी निकाल दिए। दोनों के बीच खटपट चलती ही रहती है। बसु अपने मन का काम करने के लिए आज़ादी चाहते हैं, जो राकेश रोशन देते नहीं हैं।

बहरहाल, फिल्म के पोस्टर जारी हो गए हैं और पोस्टर बेहद आकर्षक हैं। देखना है "काइट" आसमान देखती है या उड़ते ही कटकर ज़मीन पर आ गिरती है।

(नईदुनिया)

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